आध्यात्मिक जीवन जीने का '10-15-10' मंत्र क्या है?
क्या है खबर?
आज की तेज तर्रार दुनिया में हमारा जीवन विभिन्न भावनाओं, तनाव और कठिनाइयों के बीच उलझ कर रह गया है, लेकिन अगर आप इन्हें नियंत्रित करना चाहते हैं तो '10-15-10' मंत्र का पालन करें।
10-15-10 मंत्र संतुलित समय प्रबंधन पर काम करता है और व्यक्तिगत विकास के प्रमुख पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करता है।
इसमें 10 मिनट की शारीरिक गतिविधि, 15 मिनट मानसिक विकास के लिए गतिविधियां और 10 मिनट का आध्यात्मिक अभ्यास शामिल है।
आइए इसके बारे में जानें।
स्टेप-1
रोजाना 10 मिनट शारीरिक गतिविधियां करें
स्वस्थ रहने के लिए रोजाना 10 मिनट शारीरिक गतिविधियों का अभ्यास जरूर करें।
इसके लिए आप स्ट्रेचिंग, योग या फिर सैर करने जैसी एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं, जो शरीर सक्रिय और ऊर्जावान बनाए रखने में मदद कर सकती हैं।
इसके अलावा ये तनाव को कम कर सकती हैं, जिससे मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण के लिए एक मजबूत नींव तैयार हो सकती है।
यहां जानिए स्वस्थ जीवनशैली के लिए महत्वपूर्ण टिप्स।
स्टेप-2
15 मिनट मानसिक स्वास्थ्य को दें
10 मिनट तक शारीरिक गतिविधियां करने के बाद 15 मिनट मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें।
इसके लिए अपने दिनचर्या में किताबें पढ़ना, कोई नई चीज सीखना, माइंडफुलनेस का अभ्यास करना या पहेलियां सुलझाने जैसी रचनात्मक गतिविधियों को शामिल करें।
मानसिक स्वास्थ्य को समय देने से बुद्धि तेज होती है, रचनात्मकता को बढ़ावा मिलता है और एकाग्रता में सुधार हो सकता है।
यह सकारात्मक मानसिकता विकसित करने में भी मदद कर सकता है, जो आध्यात्मिक प्रगति के लिए जरूरी है।
स्टेप-3
10 मिनट तक करें आध्यात्मिक अभ्यास
यह मंत्र का अंतिम चरण आध्यात्मिक विकास को समर्पित है।
इसके लिए आप मेडिटेशन, प्रार्थना, जप या फिर चुप बैठकर अपने विचारों और भावनाओं पर विचार कर सकते हैं।
आध्यात्मिक अभ्यास आंतरिक शांतिस, आत्म जागरूकता और हमे खुद से जोड़ने में मदद कर सकता है।
यह चिंता को कम करने , भावनात्मक संतुलन को बढ़ावा देने और आपके उद्देश्य को पूरा करने में आपकी मदद कर सकता है।
फायदे
10-15-10 मंत्र को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने के फायदे
अगर आप 10-15-10 मंत्र को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाते हैं तो रोजाना इस कुल मिलाकर 35 मिनट के अभ्यास खुद को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक तौर से मजबूत बना सकते हैं।
यह जीवन के प्रति संतुलित दृष्टिकोण को बढ़ावा दे सकता है।
इसके अतिरिक्त इसके लिए लगने वाला कम समय इसे व्यस्त कार्यक्रम वाले लोगों के लिए भी सुलभ बनाती है।
इस मंत्र को महज एक महीने अपनाकर ही आपको खुद में काफी सुधार देखने को मिल सकता है।