योग करने से ठीक हो सकती है आखों की सूजन, इन 5 अभ्यासों से मिलेगा आराम
सुबह उठते ही आखों के नीचे सूजन आ जाती है, जो कुछ देर में ठीक हो जाती है। हालांकि, कई लोगों की आखों की सूजन कई दिनों तक ठीक नहीं होती है। यह समस्या जल प्रतिधारण, निर्जलीकरण, एलर्जी या उम्र बढ़ने के कारण हो सकती है। आखों पर दबाव पड़ने से भी सूजन होने लगती है, जो आखों के स्वास्थ्य को बिगाड़ सकती है। आप इन 5 योग अभ्यासों के जरिए आखों की सूजन को कम कर सकते हैं।
पश्चिमोत्तानासन
पश्चिमोत्तानासन अपने आरामदायक प्रभाव के लिए जाना जाता है। यह मुद्रा चेहरे और आंखों में रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाने में सहायता करती है, जिससे सूजन कम हो जाती है। इसे करने के लिए अपने पैरों को अपने सामने फैलाकर एक चटाई पर बैठें और हाथों को ऊपर उठाते हुए धीरे-धीरे सांस लें। धीरे-धीरे सांस छोड़ें और अपने पैरों तक पहुंचते हुए कूल्हों से आगे की ओर झुकें। इसके बाद 5-10 मिनट तक गहरी सासें लेते हुए झुके रहें।
अधोमुख श्वानासन
तनाव के कारण भी आखों की सूजन बढ़ जाती है, जिससे निजात पाने के लिए आप अधोमुख श्वानासन कर सकते हैं। इसे करने के लिए अपने हाथों और घुटनों के बल लेटें। पैर की उंगलियों को दबाते हुए शरीर के मध्य भाग को ऊपर उठाएं और घुटनों को सीधा करें। हाथों को सीधा करें और सिर को उनके बीच में रखते हुए धीरे से अपनी नाभि को देखें। गहरी सांस लेने और छोड़ने पर ध्यान केंद्रित करते हुए इसे दोहराएं।
बालासन
रात में अच्छी नींद लेने से आंखों की सूजन कम की जा सकती है। रोजाना बालासन करने से आपकी मांसपेशियों को आराम मिलता है, जिससे नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। इस अभ्यास को करने के लिए फर्श पर घुटने टिकाएं और एड़ियों के बल बैठ जाएं। अब अपने माथे को जमीन पर टिकाते हुए हाथों को आगे फैलाएं। आप तनाव से निपटने के लिए ये 5 योग अध्यास कर सकते हैं।
मत्स्यासन
मत्स्यासन तनाव और चिंता को कम करने का एक प्रभावी योग अभ्यास है, जो सूजी आंखों का एक प्रमुख कारण हो सकता है। इसे करने के लिए चटाई या फर्श पर अपनी पीठ के बल लेट जाएं और धीरे-धीरे अपनी छाती को ऊपर उठाएं। आपको सिर के ऊपरी हिस्से को फर्श या चटाई पर रखना होगा। अब अपनी पीठ के निचले हिस्से को जमीन में दबा कर रखें। गहरी सांस पर ध्यान केंद्रित करते हुए 5-7 सांसों तक रुकें।
अनुलोम-विलोम
अनुलोम-विलोम तंत्रिका तंत्र को संतुलित करने और तनाव को कम करने में मदद करता है। यह आंखों की सूजन को कम करने में भी सहायता करता है। इसके लिए जमीन या चटाई पर पलथी मारकर सीधे बैठ जाएं। अपनी दाहिनी नाक बंद करने के लिए अपने दाहिने अंगूठे का उपयोग करें, और बायीं ओर से सांस लें। अब बायीं नाक को बंद करें और दाहिनी ओर से सांस छोड़ें। इस प्रक्रिया को कम से कम 10 मिनट तक दोहराएं।