शरीर का आधार होती है रीढ़ की हड्डी, स्वस्थ रखने के लिए अपनाएं ये 5 तरीके
रीढ़ की हड्डी मस्तिष्क से लेकर पीठ के निचले हिस्से तक होती है। इसके बीच में 26 डिस्क होती हैं और अगर इनमें से कोई भी डिस्क किसी भी कारणवश प्रभावित होती है तो कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। इन समस्याओं के कारण दैनिक गतिविधियां तक मुश्किल हो जाता है। इसलिए जरूरी है कि कुछ भी ऐसा न किया जाए, जिससे रीढ़ की हड्डी पर बुरा असर पड़े। आइए रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ रखने के तरीके जानते हैं।
रोजाना कुछ मिनट जरूर करें स्ट्रेचिंग
अगर रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो रोजाना सुबह के समय कुछ मिनट स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज जरूर करें। स्ट्रेचिंग से रीढ़ की मांसपेशियों और जोड़ों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जो इसके जोड़ों की कठोरता को कम करने में सहायता मिलती है। अगर कठोरता कम होगी तो रीढ़ में लचीलापन रहेगा, जिससे इसकी डिस्क भी सही रहेगीं। लाभ के लिए कैट-काउ स्ट्रेचिंग, स्पाइनल ट्विस्ट और साइड लंज जैसी स्ट्रेचिंग करें। यहां जानिए वजन घटाने में सहायक स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज।
वजन को नियंत्रित करें
अधिक वजन रीढ़ की हड्डी पर अनावश्क तनाव डाल सकता है, जिसके कारण इसकी डिस्क पर चोट लगने का खतरा बढ़ सकता है। इसके अतिरिक्त अधिक वजन अक्सर कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है, जो रीढ़ की हड्डी को कमजोर कर सकती हैं या मौजूद समस्याओं को बढ़ा सकती हैं।ट इसलिए यह बहुत जरूरी है कि वजन को नियंत्रित करने की कोशिश की जाए। यहां जानिए वजन घटाने के तरीके।
धूम्रपान से बचें
अगर आप धूम्रपान करते हैं तो आज से ही इससे दूरी बना लें। इसका कारण है कि धूम्रपान या अन्य तंबाकू उत्पादों के इस्तेमाल से रीढ़ की हड्डी में ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो सकता है। वहीं धूम्रपान करने से खून की धमनियों को होने वाले नुकसान से खून के थक्के बनने की संभावना बढ़ जाती है। इससे आपको कई खतरनाक बीमारियां भी हो सकती हैं। यहां जानिए धूम्रपान करने वालों को किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
पर्याप्त मात्रा में पानी का करें सेवन
रीढ़ में मौजूद हड्डियों को सहारा देने के लिए इनके बीच में छोटी-छोटी डिस्क होती हैं, जो रीढ़ को लचीला रखती हैं। अगर किसी कारणवश कोई डिस्क क्षतिग्रस्त होकर सूज जाए या फिर टूटकर खुल जाए तो स्लिप डिस्क की समस्या हो जाती है। इससे बचाव के लिए शरीर को हाइड्रेटेड रखना जरूरी है। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं क्योंकि रीढ़ को पोषण प्रदान करने में पानी अहम भूमिका निभा सकता है।
उठने-बैठने का तरीका करें सही
अगर आपके उठने-बैठने का तरीका सही नहीं होगा या आपको लंबे समय तक बैठकर काम करना होता है तो इससे भी रीढ़ की हड्डी प्रभावित हो सकती है। दरअसल, खराब मुद्रा रीढ़ पर अतिरिक्त दबाव डाल सकती है, जिससे पीठ दर्द और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इससे बचाव के लिए बैठते, खड़े रहते समय, सोते और चलते समय अच्छी और ठीक मुद्रा बनाए रखने के कोशिश करें। ऐसा करने से रीढ़ की हड्डी स्वस्थ रहेगी।