राजस्थान का खूबसूरत गांव है खीचन, यहां की यात्रा के दौरान आजमाएं ये 5 गतिविधियां
क्या है खबर?
राजस्थान का खीचन एक छोटा-सा गांव है, जो अपनी अनोखी प्राकृतिक सुंदरता और पक्षियों के लिए मशहूर है।
यहां सर्दियों के दौरान हजारों कुरजां पक्षी नजर आते हैं, जो इस गांव को रंगीन दृश्य प्रदान करते हैं। पर्यटक इन खूबसूरत पक्षियों को देखने और उनके साथ समय बिताने का आनंद ले सकते हैं।
यह स्थान प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है इसलिए एक बार यहां पर जरूर जाएं।
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कुरजां पक्षियों देंखे
खीचन में कुरजां पक्षी को डेमोइसल क्रेन भी कहा जाता है, जो गांव के प्रमुख आकर्षण हैं।
ये सुंदर पक्षी हर साल सर्दियों में साइबेरिया से आते हैं। सूर्योदय के समय इनका झुंड आसमान में उड़ता है, जिससे एक अनोखा दृश्य देखने को मिलता है।
पर्यटक इनकी उड़ान को कैमरे में कैद कर सकते हैं। स्थानीय लोग भी इन्हें दाना खिलाते हैं। यह अनुभव आंखों को सुकून और मन को शांति देता है।
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खीचन तालाब की सैर करें
खीचन तालाब इस गांव का एक अन्य प्रमुख आकर्षण स्थल है, जहां आप प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।
तालाब के किनारे बैठकर आप शांत वातावरण का अनुभव कर सकते हैं और आसपास की हरियाली देख सकते हैं।
यहां पर कई प्रकार की मछलियां भी पाई जाती हैं, जिन्हें देखना बच्चों के लिए खासा मनोरंजक होता है।
तालाब पर सूर्योदय या सूर्यास्त देखने का अनुभव बेहद खास होता है क्योंकि उस समय आसमान रंग-बिरंगा हो जाता है।
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स्थानीय संस्कृति और जीवनशैली जानें
खीचन गांव की यात्रा करते समय आपको यहां की स्थानीय संस्कृति और जीवनशैली को जानने का अवसर मिलता है।
ग्रामीण लोग बहुत ही मिलनसार होते हैं और वे अपने पारंपरिक रीति-रिवाजों को आज भी संजोए हुए रहते हैं।
आप यहां उनके दैनिक जीवन को करीब से देख सकते हैं जैसे कि खेती करना, पशुपालन आदि गतिविधियां शामिल होती हैं।
इसके अलावा आप स्थानीय हस्तशिल्प वस्त्रों और आभूषणों की खरीदारी कर सकते हैं, जो इस क्षेत्र की विशेषता हैं।
#4
राजस्थानी व्यंजनों का स्वाद लें
राजस्थान अपने स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए मशहूर है और खीचन इससे अछूता नहीं है।
यहां आपको पारंपरिक राजस्थानी भोजन जैसे दाल बाटी चूरमा, गट्टे की सब्जी आदि चखने को मिलेंगे।
स्थानीय ढाबे और रेस्टोरेंट्स में ये व्यंजन ताजगी और स्वादिष्टता से परिपूर्ण होते हैं। इसके अलावा आपको मिठाइयों में घेवर, मालपुआ जैसी मिठाइयां जरूर ट्राय करनी चाहिए।
ये मिठाइयां आपके स्वाद को और भी बढ़ा देती हैं और यहां की यात्रा को यादगार बनाती हैं।
#5
गांव के नजदीक मौजूद पर्यटन स्थल
अगर आपके पास अतिरिक्त समय हो तो खीचन के आसपास स्थित अन्य पर्यटन स्थलों तक जा सकते हैं।
जैसलमेर शहर करीब 150 किलोमीटर दूर स्थित है, जहां आप सोनार किला, गड़ीसर झील जैसी जगहे घूम सकते हैं।
इसके अलावा बीकानेर शहर भी लगभग समान दूरी पर स्थित है, जहां जूनागढ़ किला, लालगढ़ पैलेस जैसी ऐतिहासिक धरोहरें मौजूद रहती हैं। इस प्रकार खिचेन यात्रा आपके लिए यादगार साबित होगी।