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कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता से जुड़े 5 संकेत, नजरअंदाज करना हो सकता है नुकसानदायक 
कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता से जुड़े 5 संकेत

कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता से जुड़े 5 संकेत, नजरअंदाज करना हो सकता है नुकसानदायक 

लेखन अंजली
Dec 25, 2024
12:15 pm

क्या है खबर?

हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता शरीर हमें बीमारियों से बचाने और स्वस्थ रखने में मदद करती है। कई बार रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे हम जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं। ऐसे में कुछ संकेत होते हैं, जो बताते हैं कि रोग प्रतिरोधक क्षमता ठीक से काम नहीं कर रही है। इन संकेतों को पहचानकर हम समय रहते अपनी सेहत का ध्यान रख सकते हैं। आइए उन संकेतों के बारे में जानते हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

#1

बार-बार सर्दी-जुकाम होना

अगर आपको बार-बार सर्दी-जुकाम होता है तो यह कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता का संकेत हो सकता है। सामान्य तौर पर एक व्यक्ति को साल में दो से तीन बार सर्दी-जुकाम होता है। अगर यह संख्या ज्यादा हो रही है तो सतर्क रहें। यह दर्शाता है कि आपका शरीर वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में सक्षम नहीं हो पा रहा है। इस स्थिति में अपने खान-पान पर ध्यान दें और विटामिन-C युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाएं।

#2

घाव भरने में देरी होना

अगर आपके शरीर पर छोटा घाव भी ठीक होने में समय लेता है तो यह कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता का संकेत हो सकता है। जब रोग प्रतिरोधक क्षमता सही से काम करता है तो घाव जल्दी भरते हैं। देरी होने पर यह दर्शाता है कि शरीर संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार नहीं है। इस स्थिति में प्रोटीन युक्त आहार जैसे दालें और हरी सब्जियां खाने पर ध्यान दें।

#3

थकान महसूस होना

लगातार थकान महसूस होना भी कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता का अहम लक्षण है। अगर आप बिना किसी खास मेहनत के भी थका हुआ महसूस करते हैं या नींद पूरी करने के बाद भी ताजगी नहीं आती तो यह चिंता का विषय हो सकता है। इसका कारण यह होता है कि आपका शरीर संक्रमणों से लड़ने में अधिक ऊर्जा खर्च कर रहा होता है। इस स्थिति में नियमित एक्सरसाइज और संतुलित आहार लेना फायदेमंद होगा, जिससे आपकी ऊर्जा बनी रहेगी।

#4

पेट संबंधी समस्याएं

पेट मे गैस ,अपच या दस्त जैसी समस्याएं अक्सर बनी रहती हों तो ये भी आपके खराब रोग प्रतिरोधक क्षमता की ओर इंगित करती हैं। हमारे पाचन तंत्र मे मौजूद अच्छे बैक्टेरिया हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने मे मददगार होते हैं,लेकिन जब इनकी संख्या कम होने लगती तब पेट संबंधी परेशानियां शुरू होतीं। इसलिए प्रोबायोटिक युक्त खाद्द पदार्थ जैसे दही आदि अपने भोजन मे शामिल करें।

#5

त्वचा पर चकत्ते या खुजली

त्वचा पर अचानक चकत्ते निकलना और लगातार खुजली रहना दर्शाता कि कहीं ना कहीं अंदरूनी तौरपर कुछ गड़बड़ चल रही जो कि सीधे तौर पर हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता जुड़ी हुईं है। ऐसा इसलिए क्योंकि जब बाहरी तत्व हमारे खिलाफ प्रतिक्रिया देते तब त्वचा सबसे पहले प्रभावित होती है। इसे हल्केमे ना लें बल्कि डॉक्टर से सलाह लें और उचित उपचार करवाएं। साथ ही विटामिन-E युक्त तेल से मालिश कर त्वचा को पोषण दें।