उत्तराखंड: चंपावत की यात्रा को रोमांचक बनाने के लिए इन 5 जगहों पर जरूर जाएं
क्या है खबर?
उत्तराखंड का खूबसूरत जिला चंपावत अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है।
यह स्थान हिमालय की गोद में बसा है और यहां का शांत वातावरण पर्यटकों को आकर्षित करता है।
चंपावत का इतिहास समृद्ध है, जहां कई प्राचीन मंदिर और किले देखने को मिलते हैं।
अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं या इतिहास में रुचि रखते हैं तो चंपावत आपके लिए एक आदर्श गंतव्य हो सकता है।
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बालेश्वर मंदिर
बालेश्वर मंदिर चंपावत का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो भगवान शिव को समर्पित है। इसका निर्माण 10वीं शताब्दी में कत्यूरी राजाओं द्वारा किया गया था।
यह स्थान अपनी खूबसूरत वास्तुकला के लिए जाना जाता है, जिसमें पत्थरों पर नक्काशी की गई मूर्तियां देखी जा सकती हैं।
यहां आने वाले श्रद्धालु पूजा-अर्चना के साथ इस ऐतिहासिक धरोहर के बारे में भी जान सकते हैं। बालेश्वर मंदिर का शांतिपूर्ण वातावरण ध्यान और योग के लिए उपयुक्त है।
#2
लोहाघाट
लोहाघाट चंपावत जिले का एक छोटा सा कस्बा है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर है।
यह स्थान हरे-भरे जंगलों से घिरा हुआ है और यहां बहती लोहावती नदी इसकी खूबसूरती बढ़ाती है। लोहाघाट का ठंडा मौसम और साफ हवा पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
यहां आप ट्रेकिंग कर सकते हैं या नदी किनारे बैठकर प्रकृति का आनंद ले सकते हैं।
इसके अलावा लोहाघाट से कुछ दूरी पर स्थित 'अबॉट माउंट' भी घूमने योग्य जगहों में शामिल है।
#3
मायावती आश्रम
मायावती आश्रम स्वामी विवेकानंद द्वारा स्थापित रामकृष्ण मिशन शाखा का हिस्सा है, जो आध्यात्मिक साधना के लिए लोकप्रिय स्थल है।
यह आश्रम हरे-भरे जंगलों के बीच स्थित है, जिससे ध्यान और योग करने वालों के बीच यह मशहूर है।
मायावती आश्रम पहुंचने पर शांति और सुकून का अनुभव होगा। यहां आने वाले लोग ध्यान और साधना करके शांति प्राप्त कर सकते हैं।
इसके अलावा आश्रम परिसर में पुस्तकालय भी उपलब्ध है, जहां विभिन्न धार्मिक ग्रंथ पढ़े जा सकते हैं।
#4
रीठासाहिब गुरुद्वारा
रीठासाहिब गुरुद्वारा सिखों के लिए महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है, जहां गुरु नानक देव जी ने प्रवचन दिए थे।
इस पवित्र स्थल पर हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं, विशेषकर बैसाखी पर्व दौरान भारी संख्या मे भक्तजन जुटते होते हैं।
रीठासाहिब गुरुद्वारा परिसर मे विशाल सरोवर मौजूद है, जिसका जल पवित्र नहाने के लिए उपयुक्त माना जाता है।
गुरुद्वारे तक पहुंचने के लिए पैदल मार्ग अपनाना पड़ता है, जिससे रास्ते में पहाड़ो और झरनों संग सफर आनंदमय बन जाता है।
#5
पंचेश्वर महादेव
पंचेश्वर महादेव मंदिर सरयू और काली नदियों के संगम तट पर स्थित एक प्रमुख धार्मिक केंद्र है, जो भगवान शिव को समर्पित है।
यहां तक पहुंचने के लिए रोमांचक ट्रेकिंग मार्ग अपनाना पड़ता है, जो साहसिक यात्रियों के बीच लोकप्रिय है।
संगम तट पर स्नान करना शुभ माना जाता है और यहां हर साल मेला आयोजित होता है, जिसमें दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं।
पंचेश्वर महादेव दर्शन के बाद आसपास की संस्कृति का अनुभव करना अनोखा होता है।