मुंहासे रहित त्वचा के लिए इन खाद्य पदार्थों को डाइट में करें शामिल, जल्द मिलेगा लाभ
क्या है खबर?
हर व्यक्ति चाहता है कि उसकी त्वचा बेदाग और मुंहासे मुक्त रहे। इसके लिए खासतौर पर लड़कियां कई महंगी क्रीम का इस्तेमाल करती हैं, लेकिन उनमें मौजूद रयासन स्थिति को और खराब कर सकते हैं।
त्वचा की देखभाल के लिए आपको ऐसी चीजें खानी चाहिए, जो त्वचा को अंदर से स्वस्थ रख सके।
अगर आपकी त्वचा अंदर से स्वस्थ रहेगी तो चेहरे पर मुंहासे और दाने भी गायब हो जाएंगे।
चलिए फिर आज मुंहासे-रोधी आहार के बारे में जानते हैं।
#1
केल
केल एक हरे पत्ते वाली सब्जी है, जो विटामिन-E और कई प्रकार के फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर होती है। यह मुंहासे राहत दिलाने मददगार है।
इसमें बीटा-कैरोटीन भी मौजूद होता है, जो चेहरे को दानों से मुक्त और त्वचा को स्वस्थ बनाए रखता है।
इसके अलावा इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट हाइपरपिग्मेंटेशन को कम करता है, जबकि विटामिन-C की मात्रा मुंहासे के निशान को ठीक करने के लिए कोलेजन के उत्पादन को बढ़ाता है।
केल के सेवन से ये लाभ भी मिलते हैं।
#2
शकरकंद
शकरकंद का सेवन भी मुंहासे को रोकने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें रेटिनॉल मौजूद होता है।
रेटिनॉल एक ऐसा तत्व है, जो मुंहसों से राहत दिलाने में काफी प्रभावी है। यही कारण है कि बाजार में मौजूद मुंहासों से राहत के लिए कई क्रीम और तेलों में भी रेटिनॉल मौजूद होता है।
इसके अलावा शकरकंद में बीटा-कैरोटीन भी होता है, जो सूजन का इलाज करने में मदद कर सकता है।
शकरकंद से सेहत को ये लाभ मिलते हैं।
#3
बेरीज
रसभरी, ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी और चेरी जैसे बेरीज भी मुंहासे से राहत दिलाने में प्रभावी हैं।
ये विटामिन-C और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो मुंहासे के विकास को रोकते हैं और ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करने में मदद करते हैं।
इतना ही नहीं, ये मुंहासे के निशान, दाग-धब्बे और चेहरे के असमान रंग से भी निजात दिलाता है और त्वचा को अंदर से निखारता है।
बेरीज के सेवन से ये लाभ भी मिलते हैं।
#4
पपीता
मुंहासों को दूर रखने के लिए पपीता भी फायदेमंद है।
इसमें ऐसे गुण मौजूद हैं, जो मृत त्वचा कोशिकाओं और मुंहासे के निशान जैसे त्वचा संबंधित कई समस्याओं का इलाज करने में मदद करते हैं।
इन्हीं गुणों के कारण कई लोग पपीता को अपने चेहरे पर भी रगड़ते हैं और यह कई त्वचा की देखभाल वाले उत्पादों में भी मौजूद होता है।
इसमें विटामिन-A, C और K भी मौजूद होते हैं, जो कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा दे सकते हैं।