LOADING...
सोनम वांगचुक ने कहा- लद्दाख हिंसा की न्यायिक जांच होने तक जेल में ही रहूंगा
सोनम वांगचुक ने जेल से लद्दाखवासियों और देश के नाम संदेश भेजा है

सोनम वांगचुक ने कहा- लद्दाख हिंसा की न्यायिक जांच होने तक जेल में ही रहूंगा

लेखन आबिद खान
Oct 05, 2025
01:15 pm

क्या है खबर?

लद्दाख में हुई हिंसा के बाद हिरासत में लिए गए पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने जेल से संदेश भेजा है। उन्होंने कहा कि जब तक हिंसा के दौरान हुई मौतों की स्वतंत्र न्यायिक जांच नहीं हो जाती, तब तक वे जेल में ही रहेंगे। उन्होंने लद्दाख और देश के लोगों को भेजे अपने संदेश में शुभचिंतकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि वह स्वस्थ हैं। वांगचुक ने ये संदेश अपने भाई और वकील के माध्यम से भेजा है।

जांच

वांगचुक बोले- मैं लद्दाख के लोगों के साथ खड़ा हूं

वांगचुक ने कहा, "हमारे 4 लोगों की हत्या की स्वतंत्र न्यायिक जांच होनी चाहिए। जब तक ऐसा नहीं होता, मैं जेल में रहने के लिए तैयार हूं। मैं छठी अनुसूची और राज्य के दर्जे की हमारी वास्तविक संवैधानिक मांग में एपेक्स बॉडी और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (KDA) और लद्दाख के लोगों के साथ दृढ़ता से खड़ा हूं। लद्दाख के हित में एपेक्स बॉडी जो भी कदम उठाती है, मैं पूरे दिल से उनके साथ हूं।"

संदेश

वांगचुक ने मृतकों के प्रति व्यक्त की संवेदना

वांगचुक ने कहा, "मैं शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से ठीक हूं और सभी की चिंता और प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद देता हूं। मैं उन लोगों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अपनी जान गंवाई। मेरी प्रार्थनाएं घायलों और गिरफ्तार किए गए लोगों के साथ है।" उन्होंने लद्दाखवासियों से शांति और एकता बनाए रखने और अहिंसा के सच्चे गांधीवादी तरीके को अपनाते हुए शांतिपूर्ण तरीके से अपना संघर्ष जारी रखने का आग्रह किया है।

जेल

वांगचुक पर लगा है NSA, जोधपुर जेल में बंद 

लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर 24 सितंबर को छात्रों और स्थानीय लोगों ने लेह में बंद बुलाया था। इसी दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें 4 लोग मारे गए थे। प्रदर्शनकारियों ने भाजपा कार्यालय और CRPF वाहन में भी आग लगा दी थी। इसके बाद वांगचुक को गिरफ्तार कर लिया गया था। उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया गया है।

पत्नी

वांगचुक की पत्नी ने किया सुप्रीम कोर्ट का रुख

वहीं, वांगचुक की गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए उनकी पत्नी गीतांजलि ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। उन्होंने याचिका में केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय को भी पक्षकार बनाया है। इस याचिका पर कल यानी 6 अक्टूबर को सुनवाई होगी। इससे पहले गीतांजलि ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने कहा था वांगचुक को निशाना बनाया जा रहा है।