सरकार ने इंडिगो को नियमों में क्या-क्या छूट दी और इससे कैसे सुधरेगा संचालन?
क्या है खबर?
बीते 6 दिन से देशभर में इंडिगो की हजारों उड़ानों का संचालन प्रभावित होने के बाद सरकार ने एयरलाइन को नियमों में कुछ ढील दी है। ये छूट 10 फरवरी, 2026 तक लागू रहेगी, जिसका उद्देश्य एयरलाइन के संचालन को दोबारा पटरी पर लाना है। इस दौरान इंडिगो को अपने ढांचे और संचालन को सुधारकर सभी नए नियमों के अनुरूप बनाना होगा। आइए जानते हैं एयरलाइन को क्या-क्या छूट मिली है।
नियम
क्या थे नए नियम?
दरअसल, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने पायलट और चालक दल की छुट्टी और ड्यूटी से जुड़े नए नियम लागू किए थे, जिन्हें फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) कहा गया था। इन नियमों का पहला चरण इसी साल 1 जुलाई और दूसरा 1 नवंबर से लागू हुआ था। इन नियमों का उद्देश्य पायलटों और चालक दल के सदस्यों को पर्याप्त आराम देना था, जिससे यात्रियों की सुरक्षा में बढ़ोतरी हो सके।
समय
नाइट ड्यूटी की अवधि और अधिकतम लैंडिंग से मिली छूट
नए नियमों में नाइट ड्यूटी की अवधि रात 12 से सुबह 6 तक की गई थी। इंडिगो के लिए इसे वापस सुबह 5 बजे तक किया गया है। नए नियम लागू होने के बाद पायलट एक नाइट शिफ्ट में अधिकतम 2 विमानों की लैंडिंग ही करवा पा रहे थे, जबकि पहले ये संख्या 6 थी। DGCA ने इंडिगो से 12 फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर (FOI) को भी फ्लाइंग ड्यूटी और सिम्युलेटर चेक के लिए प्रतिनियुक्ति पर भेजा है।
छुट्टी
पायलटों को 48 की जगह 36 घंटे ही मिलेगा आराम
DGCA ने सभी एयरलाइंस के लिए हर हफ्ते आराम से जुड़ी बड़ी शर्त वापस ले ली है। नए नियमों में यह प्रावधान था कि पायलटों को हर हफ्ते साप्ताहिक छुट्टी के अलावा 48 घंटे का आराम देना जरूरी होगा। पहले ये 36 घंटे का था और इसे साप्ताहिक छुट्टी में जोड़ा जा सकता था। नए नियमों में एक हफ्ते में लगातार 2 से ज्यादा नाइट ड्यूटी पर भी रोक लगाई गई थी।
समीक्षा
हर 15 दिन में इंडिगो की समीक्षा होगी
DGCA इंडिगो को दी गई छूट का हर 15 दिन में समीक्षा करेगा। एयरलाइन को इस दौरान चालक दल के इस्तेमाल, क्रू की उपलब्धता को बेहतर बनाने के लिए उठाए गए कदमों, ऑपरेशन में हुए सुधारों और बदले हुए क्रू प्लानिंग और रोस्टरिंग उपायों पर रिपोर्ट पेश करनी होगी। DGCA ने इंडिगो को 30 दिनों के अंदर नए FDTL नियमों का पूरी तरह से पालन करने के लिए एक रोडमैप भी जमा करने का निर्देश दिया है।
असर
नए नियमों का इंडिगो पर क्या असर हुआ?
नए नियम लागू होते ही इंडिगो के पास स्टाफ की कमी हो गई, रोस्टरिंग बिगड़ गई और धीरे-धीरे लगभग सभी हवाई अड्डों पर शेड्यूल बिगड़ गया। इंडिगो ने DGCA को बताया कि यह परेशानी मुख्य रूप से नए नियमों के दूसरे चरण को लागू करने में गलत फैसले और प्लानिंग में कमी की वजह से हुई है। एयरलाइन ने यह माना कि नए नियमों के लिए असल क्रू की जरूरत उसके अनुमान से ज्यादा थी।
इंडिगो
नए नियमों से इंडिगो ही सबसे ज्यादा प्रभावित क्यों हुई?
इंडिगो के पास 400 विमानों का बेड़ा है और वो रोजाना लगभग 2,300 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करती है। करीब 60 प्रतिशत भारतीय एविएशन मार्केट पर उसका कब्जा है। यही वजह है कि वो प्रभावित भी ज्यादा हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादा विमानों का संचालन, हाई-फ़्रीक्वेंसी नेटवर्क, रात और सुबह की उड़ानों की ज्यादा संख्या और विमानों और क्रू का ज्यादा इस्तेमाल भी इंडिगो के ज्यादा प्रभावित होने की बड़ी वजहें हैं।