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क्या है एयरलाइंस के लिए नए सुरक्षा नियम, जिसके कारण इंडिगो की सैंकड़ों उड़ाने हुई रद्द?
इंडिगो की उड़ानों पर सबसे अधिक असर पड़ रहा है

क्या है एयरलाइंस के लिए नए सुरक्षा नियम, जिसके कारण इंडिगो की सैंकड़ों उड़ाने हुई रद्द?

लेखन गजेंद्र
Dec 04, 2025
03:22 pm

क्या है खबर?

दिल्ली से मुंबई और हैदराबाद से अहमदाबाद तक सभी हवाई अड्डों पर खड़े इंडिगो के यात्री परेशान और हताश हैं, क्योंकि उनकी उड़ानें लगातार रद्द हो रही है। इंडिगो ने नवंबर में 1,232 और दिसंबर शुरू होते ही 400 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी हैं, जिसके पीछे का कारण स्टाफ की कमी बताया जा रहा है। दरअसल, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के नए सुरक्षा नियमों से इस पर असर पड़ा है। क्या है ये सुरक्षा नियम? आइए, जानते हैं।

नियम

क्या है नए सुरक्षा नियम?

DGCA ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) के संशोधित नियम लागू किए हैं, जिसमें पायलटों और चालक दल के सदस्यों को पर्याप्त आराम देने की बात कही गई है। इसका पहला चरण जुलाई में लागू किया गया था, जबकि दूसरा चरण नवंबर में लागू हुआ है। इसमें उड़ान चालक दल के सदस्यों लिए साप्ताहिक विश्राम अवधि को बढ़ाया गया है और रात्रिकालीन कार्य की परिभाषा में बदलाव किया गया है।

बदलाव

नियमों में क्या-क्या बदला है?

पहले चालक दल के सदस्यों को हफ्ते में 36 घंटे का आराम मिलता था, जिसे बढ़ाकर 48 घंटे किया गया है। रात के काम करने के बाद न्यूनतम 12 घंटे या पिछली ड्यूटी के सामान समय का विश्राम देना होगा। उड़ान की अवधि प्रति सप्ताह 35 घंटे, प्रति माह 100-125 घंटे और प्रति वर्ष 1,000 घंटे तय है। पहले काम की अवधि में 6 रात्रि लैंडिंग कराने की अनुमति थी, अब सिर्फ 2 रात्रि लैंडिंग करा सकेंगे।

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असर

नए नियमों से क्यों पड़ रहा उड़ानों पर असर?

भारत में कई एयरलाइंस ने बड़े पैमाने पर भर्तियां बंद है, जिससे अमूमन सभी एयरलाइंस स्टाफ की कमी से जूझ रही हैं। ऐसे में नए नियम लागू होने से कई चालक दल के सदस्यों को लंबा विश्राम तो मिल रहा है, लेकिन स्टाफ न होने से रोस्टर का पालन नहीं हो रहा और विमानों को उड़ानें वाला कोई है नहीं। रोस्टर में गड़बड़ी और सही योजना न होने से उड़ानें रद्द होने और देरी की समस्या पैदा हो रही है।

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असर

इंडिगो की उड़ानें क्यों हो रहीं अधिक रद्द?

नए नियम सभी एयरलाइंस के लिए है, लेकिन इससे सबसे ज्यादा प्रभावित इंडिगो है, जिसका बड़ा कारण उसका बड़ा आकार है। दरअसल, इंडिगो 90 घरेलू और 40 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए सेवाएं देती है और रोजाना 2,200 से अधिक उड़ानें संचालित करती है, जो एयर इंडिया की रोजाना की उड़ानों से दोगुनी है। इसमें अगर 10-20 प्रतिशत उड़ानें प्रभावित हुईं, तो असर 200-400 उड़ानों और उसमें बैठने वाले हजारों यात्रियों पर पड़ेगा। इसलिए इंडिगो की मुसीबत ज्यादा बड़ी है।

कारण

एक कारण ये भी

इंडिगो किफायती एयरलाइंस मानी जाती है और ज्यादा रात्रिकालीन उड़ानों पर निर्भर है। इससे उड़ान के घंटे अधिकतम होते हैं, लेकिन समय न्यूनतम रहता है। अब DGCA के नए नियम ने इंडिगो की रात्रिकालीन सेवाओं पर सीधे चोट की है, जिससे अव्यवस्था फैली है। दूसरा बड़ा कारण इंडिगो में भर्तियों का बंद होना भी है, जिसको लेकर भारतीय पायलट महासंघ ने चिंता जताई है। उनका कहना है कि नियमों से प्रभावित होने के बावजूद बेवजह भर्ती बंद है।

जानकारी

इंडिगो ने कितनी उड़ानें रद्द की

इंडिगो ने नवंबर में 1,232 उड़ानें रद्द की, जिसमें 755 FDTL से जुड़ी हैं। इससे प्रदर्शन 67.7 प्रतिशत तक गिर गया। 2 दिसंबर से अभी तक 600 से अधिक उड़ानें रद्द हुई। आज बेंगलुरु में 73, दिल्ली में 40, हैदराबाद में 68 उड़ानें रद्द हुई।

ट्विटर पोस्ट

इंडिगो हाय-हाय के नारे

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