जल्द ही ट्रेनों में मिलने वाली चाय, नाश्ता और खाना होगा महँगा, जारी हुआ सर्कुलर
क्या है खबर?
भारत में रोज़ाना लाखों लोग यात्रा करते हुए बिता देते हैं। जिन लोगों की यात्रा लंबी होती है, वो अपने साथ ट्रेन में खाने-पीने के लिए चीज़ें साथ ले जाते हैं। वहीं, कुछ लोग ट्रेन में मिलने वाले खानों पर निर्भर रहते हैं।
अगर आप भी उन्ही में से एक हैं, तो आपको बता दें कि जल्द ही ट्रेनों में मिलने वाली चाय, नाश्ता और खाना महँगा होने वाला है।
इसके लिए सर्कुलर भी जारी हो गया है।
नियम
चार महीने में लागू हो जाएगा नियम
ख़बरों के अनुसार, राजधानी, शताब्दी और दुरंतों ट्रेनों में आपको जल्द ही चाय, नाश्ते और खाने के लिए ज़्यादा पैसे देने होंगे। रेलवे ने इसके लिए सर्कुलर भी जारी कर दिया है।
टिकटिंग सिस्टम में नए मेन्यू और शुल्क 15 दिनों में अपडेट हो जाएँगे, जबकि अगले चार महीने में इसे लागू भी कर दिया जाएगा।
इसके बाद ट्रेनों में यात्रा करने वाले लोगों को अपनी यात्रा के दौरान ज़्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे।
कीमत
10 रुपये की जगह 20 रुपये में मिलेगी चाय
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नई दरें लागू होने के बाद से सेकेंड AC के यात्रियों को चाय के लिए अब 10 रुपये की जगह 20 रुपये, जबकि स्लीपर क्लास के यात्रियों को 15 रुपये देने होंगे।
वहीं, दुरंतों के स्लीपर क्लास में मिलने वाल नाश्ता और खाना 80 रुपये की जगह 120 रुपये में मिलेगा।
इसके अलावा शाम की चाय की कीमत 20 रुपये से बढ़कर 50 रुपये होने जा रही है। जो दोगुने से ज़्यादा है।
जानकारी
50 रुपये की जगह 80 रुपये में मिलेगा खाना
अगर राजधानी की बात करें, तो फ़र्स्ट AC में जो खाना पहले 145 रुपये में मिलता था, अब वो 245 रुपये में मिलेगा। रेगुलर मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में ठीक-ठाक शाकाहारी खाना अब 50 रुपये की जगह 80 रुपये में मिलेगा।
ज़िम्मेदारी
IRCTC को सौंपी जाएगी खाना देने की ज़िम्मेदारी
इसके साथ ही ट्रेन में एग बिरयानी 80 रुपये में और चिकन बिरयानी 110 रुपये में मिलेगा। वहीं, रेगुलर ट्रेनों में 130 रुपये में यात्रियों को चिकन करी भी परोसी जाएगी।
सरकारी आदेश में कहा गया है कि नई दरों के अनुसार खाना देने की ज़िम्मेदारी इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज़्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) को सौंपी गई है।
RCTC ही यात्रियों को परोसे जाने वाले खाने की मात्रा और गुणवत्ता के लिए ज़िम्मेदार होगी।
जानकारी
IRCTC ने की थी क़ीमतें तय करने की सिफ़ारिश
आदेश में कहा गया है कि IRCTC ने राजधानी, शताब्दी और दुरंतों में प्रीपेड मील की क़ीमतें नए सिरे से तय करने की सिफ़ारिश की थी। IRCTC की सिफ़ारिश के बाद बोर्ड ने मेन्यू और टैरिफ तय करने के लिए कमेटी का गठन किया था।
विचार
लाखों यात्रियों पर पड़ेगा प्रभाव
लोग आराम और सस्ता होने की वजह से रेलवे की यात्रा चुनते हैं, लेकिन अगर रेलवे अपने खाने की क़ीमतों को बढ़ा देता है, तो इससे लाखों यात्रियों पर प्रभाव पड़ेगा।
भारत में सबसे ज़्यादा लोग ट्रेन से ही यात्रा करते हैं। उनमें से ज़्यादातर लोग रेलवे के खाने के ऊपर निर्भर रहते हैं।
ऐसे में रेलवे द्वारा खाने-पीने की चीजों की इतनी ज़्यादा कीमत बढ़ाने से यात्रियों की जेब पर बड़ा असर पड़ने वाला है।