रूसी राष्ट्रपति पुतिन NSA डोभाल से मिले, प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक की जताई इच्छा
यूक्रेन युद्ध में भारत की मध्यस्थता से शांति की उम्मीदें जोर पकड़ने लगी हैं। आज (12 सितंबर) को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने मॉस्को में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से की मुलाकात की है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति का प्रस्ताव भी पेश किया। इसके बाद राष्ट्रपति पुतिन ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री मोदी को भी आमंत्रित किया है।
BRICS शिखर सम्मेलन के दौरान मिल सकते हैं मोदी-पुतिन
राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को द्विपक्षीय वार्ता के लिए आमंत्रित किया है। NSA डोभाल के साथ बातचीत के दौरान पुतिन ने कथित तौर पर 22 अक्टूबर को प्रधानमंत्री मोदी से मिलने की इच्छा व्यक्त की है। कहा जा रहा है कि अक्टूबर में BRICS देशों के शिखर सम्मेलन में दोनों नेताओं की मुलाकात हो सकती है। बता दें कि रूस के कजान शहर में 22-24 अक्टूबर तक BRICS का शिखर सम्मेलन होना है।
पुतिन बोले- मोदी मेरे अच्छे मित्र
डोभाल से चर्चा में पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को अपना अच्छा मित्र बताया। उन्होंने कहा, "मुझे प्रधानमंत्री मोदी का मॉस्को दौरा अच्छे से याद है। मुझे कहना चाहिए कि यह यात्रा न केवल सफल रही, बल्कि इसके परिणामस्वरूप किया गया काम बहुत महत्वपूर्ण है। हमारी महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारी तेजी से आगे बढ़ रही है, जो बहुत खुशी देती है। हमें भारत की उन सफलताओं पर गर्व है, जो राष्ट्र की मजबूती और अर्थव्यवस्था के विकास में हासिल की हैं।"
रूस ने 50 भारतीयों को किया रिहा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि यूक्रेन युद्ध में फंसे 6 भारतीयों को हाल ही में रूस ने रिहा किया है। उन्होंने कहा, "रूस से रिहा किए गए भारतीयों की कुल संख्या 45 हो गई है। जल्द ही 50 और भारतीयों को रिहा किया जाएगा। प्रधानमंत्री की रूस यात्रा के बाद से 35 भारतीय नागरिकों को रिहा किया गया है, जिनमें से 6 एक दिन पहले पहुंचे थे। अन्य 50 अभी भी वापस नहीं आए हैं।"
पुतिन ने कहा था- भारत कर सकता है युद्ध में मध्यस्थता
हाल ही में पुतिन ने कहा था कि भारत शांति वार्ता के लिए मध्यस्थता कर सकता है। उन्होंने कहा था, "जब जंग शुरू हुई थी, तब तुर्की ने मध्यस्थता की कोशिश की थी। तब रूस ने यूक्रेन को दोनेत्स्क, लुहांस्क, खेरसोन और जपोरजिया से सैनिकों को पीछे हटने को कहा था और नाटो का हिस्सा न बनने को कहा था, लेकिन यूक्रेन ने शर्त नहीं मानी। यूक्रेन की स्थिति जटिल है, लेकिन भारत मध्यस्थता में अहम भूमिका निभा सकता है।"
प्रधानमंत्री मोदी ने किया था रूस का दौरा
इसी साल जुलाई में प्रधानमंत्री मोदी ने रूस का दौरा किया था। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने रूस को भारत का सदाबहार मित्र बताया था और पुतिन की विशेष सराहना की थी। रूस ने मोदी को अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया था। पुतिन और मोदी के बीच रूस-यूक्रेन युद्ध समेत कई वैश्विक, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत हुई थी। मोदी ने पुतिन को गले भी लगाया था, जिसकी तस्वीर खूब चर्चित हुई थी।