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शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक कर सकते हैं प्रधानमंत्री मोदी, 31 अगस्त को होगी मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी और शी जिनपिंग के बीच 31 अगस्त को मुलाकात हो सकती है (फाइल फोटो)

शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक कर सकते हैं प्रधानमंत्री मोदी, 31 अगस्त को होगी मुलाकात

लेखन आबिद खान
Aug 28, 2025
12:57 pm

क्या है खबर?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सप्ताह के आखिर में जापान और चीन के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे चीन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बहुप्रतीक्षित द्विपक्षीय बैठक कर सकते हैं। 31 अगस्त को दोनों नेताओं की मुलाकात हो सकती है। प्रधानमंत्री मोदी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 31 अगस्त से 1 सितंबर तक तियानजिन की यात्रा करेंगे। यह 7 सालों में उनकी पहली चीन यात्रा होगी।

बयान

सम्मेलन से इतर द्विपक्षीय बैठकें भी कर सकते हैं प्रधानमंत्री

विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) तन्मय लाल ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी जिनपिंग के निमंत्रण पर SCO शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन के तियानजिन का दौरा करेंगे। रॉयटर्स के मुताबिक, लाल ने बताया कि शिखर सम्मेलन में भारत का मुख्य ध्यान व्यापार, कनेक्टिविटी और संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांतों पर होगा। इसके अलावा उन्होंने बताया कि शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री कुछ द्विपक्षीय बैठकें भी कर सकते हैं।

बयान

प्रधानमंत्री के दौरे से पहले चीन का बड़ा बयान

प्रधानमंत्री के दौरे से पहले टैरिफ पर भारत को चीन का साथ मिला है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भारत सहित अन्य देशों पर टैरिफ थोपे जाने की कड़ी आलोचना करते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया है। चीन ने कहा है कि अमेरिका अन्य देशों को दबाने के लिए टैरिफ को हथियार बना रहा है। चीनी विदेश मंत्री ने कहा कि यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है और WTO के नियमों को कमजोर करता है।

सम्मेलन

रूसी राष्ट्रपति पुतिन भी लेंगे SCO सम्मेलन में हिस्सा

जिनपिंग SCO सम्मेलन में 20 से अधिक विश्व नेताओं की मेजबानी करने वाले हैं। चीन का कहना है कि ये SCO के गठन के बाद सबसे बड़ी बैठक होगी। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी बैठक में हिस्सा लेंगे। सम्मेलन को टैरिफ नीतियों के बीच वैश्विक दक्षिण की एकता के प्रदर्शन के रूप में पेश किया जा रहा है। प्रतिबंधों से प्रभावित रूस के लिए ये कूटनीतिक जुड़ाव का एक अहम मौका भी है।

मुलाकात

भारत-चीन में कम हो रहा है तनाव

दोनों नेताओं में ये बैठक ऐसे वक्त हो रही है, जब भारत और चीन के बीच तनाव कम हुआ है और अमेरिकी टैरिफ को लेकर अनिश्चितता का माहौल है। भारत-चीन ने सीमा गश्त पर कुछ प्रारंभिक समझौते किए हैं। दोनों देश सीमा के जरिए व्यापार शुरू करने, सीधी उड़ानें शुरू करने और वीजा जारी करने पर भी सहमत हुए हैं। मोदी-जिनपिंग की आखिरी मुलाकात अक्टूबर, 2024 में रूस के कजान में हुई थी।

SCO

क्या है SCO?

SCO एक प्रभावशाली आर्थिक और सुरक्षा संगठन है, जिसकी औपचारिक स्थापना 2001 में एक शिखर सम्मेलन के दौरान रूस, चीन, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान द्वारा की गई थी। 2017 में भारत और पाकिस्तान भी इसके स्थायी सदस्य बन गए। 2023 में ईरान भी इसका सदस्य बना। SCO देशों में दुनिया की लगभग 40 प्रतिशत आबादी रहती है और वैश्विक अर्थव्यवस्था में इन देशों का योगदान 20 प्रतिशत के आसपास है।