सियोल शांति पुरस्कार पाने वाले पहले भारतीय बने प्रधानमंत्री मोदी, बोले- 130 करोड़ भारतीयों का सम्मान
दक्षिण कोरिया की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रतिष्ठित सियोल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। सियोल शांति पुरस्कार सांस्कृतिक संगठन ने पिछले साल अक्तूबर में इस सम्मान की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री मोदी को यह सम्मान उनकी आर्थिक नीतियों, 'एक्ट ईस्ट' नीति और विकासोन्मुखी कार्यों के लिए दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी यह सम्मान पाने वाले पहले भारतीय हैं। इस सम्मान को ग्रहण करते हुए उन्होंने कहा कि यह 130 करोड़ भारतीयों का सम्मान है।
सम्मान ग्रहण करते प्रधानमंत्री मोदी
'नमामि गंगे' के लिए दान की राशि
इस सम्मान के तहत प्रधानमंत्री मोदी को दो लाख डॉलर की राशि दी गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस राशि को 'नमामि गंगे' योजना के लिए दान देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि उन्हें यह पुरस्कार ऐसे समय में मिल रहा है जब भारत दुनिया को अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती 2019 में मना रहा है। इसलिए वे खुद को और अधिक सम्मानित महसूस कर रहे हैं।
इन शख्सियतों को मिल चुका है यह पुरस्कार
प्रधानमंत्री मोदी से पहले यह पुरस्कार संयुक्त राष्ट्र (UN) के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान, बान की-मून और जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल को मिल चुका है। अब तक 14 व्यक्तियों और संस्थाओं को यह पुरस्कार दिया जा चुका है।
'आतंक के खिलाफ लड़ने की जरूरत'
प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार को दो दिवसीय दौरे पर साउथ कोरिया पहुंचे थे। इस सम्मान को ग्रहण करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज आतंकवाद वैश्विक शांति एवं सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन गया है। उन्होंने कहा कि सभी देशों को मिलकर इस दिशा में काम करना होगा ताकि आतंकियों के नेटवर्क को खत्म किया जा सके। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऐसा करके ही नफरत की जगह सौहार्द फैलाया जा सकता है।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति से की मुलाकात
इस समारोह से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून-जे-इन के साथ मुलाकात की। उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून को उत्तर कोरिया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच विवाद खत्म करने के लिए क्रेडिट दिया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने कोरिया की फर्स्ट लेडी का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष अयोध्या में आयोजित 'दीपोत्सव' महोत्सव में फर्स्ट लेडी किम की मुख्य अतिथि के रूप में भागीदारी हमारे लिए सम्मान का विषय था।