NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / अशोका यूनिवर्सिटी विवाद: प्रताप भानु मेहता के समर्थन में आए दुनियाभर के 150 से अधिक शिक्षाविद
    अगली खबर
    अशोका यूनिवर्सिटी विवाद: प्रताप भानु मेहता के समर्थन में आए दुनियाभर के 150 से अधिक शिक्षाविद

    अशोका यूनिवर्सिटी विवाद: प्रताप भानु मेहता के समर्थन में आए दुनियाभर के 150 से अधिक शिक्षाविद

    लेखन प्रमोद कुमार
    Mar 20, 2021
    10:36 am

    क्या है खबर?

    ऑक्सफोर्ड, येल, कोलंबिया, हार्वर्ड, प्रिंसटन और कैंब्रिज आदि यूनिवर्सिटीज से जुड़े 150 से अधिक शिक्षाविदों ने अशोका यूनिवर्सिटी से इस्तीफा देने वाले विद्वान प्रोफेसर प्रताप भानु मेहता का का समर्थन किया है।

    इनका कहना है कि यूनिवर्सिटी के संस्थापकों ने यह साफ कर दिया था कि मेहता का यूनिवर्सिटी के साथ जुड़ा रहना एक 'राजनीतिक जवाबदेही' थी।

    इन शिक्षाविदों ने यूनिवर्सिटी के ट्रस्टीज, प्रशासकों और अध्यापकों को खुला पत्र लिखकर मेहता के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया है।

    पृष्ठभूमि

    मेहता ने मंगलवार को दिया था इस्तीफा

    जाने-माने राजनीतिक वैज्ञानिक और टिप्पणीकार प्रताप भानु मेहता ने मंगलवार को अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर के पद से इस्तीफा दे दिया था।

    वो मई, 2017 में कुलपति के तौर पर यूनिवर्सिटी के साथ जुड़े थे। हालांकि दो साल बाद जुलाई, 2019 में उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया और तभी से यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के तौर पर पढ़ा रहे थे।

    उनके बाद प्रसिद्ध अर्थशास्त्री अरविंद सुब्रमण्यन ने भी अशोका यूनिवर्सिटी से इस्तीफा दे दिया था।

    पत्र

    मेहता के इस्तीफे से हैरानी- पत्र

    प्रोफेसर मेहता के समर्थन में जारी पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले शिक्षाविदों ने कहा कि वो यह जानकर हैरान हैं कि राजनीतिक दबाव के चलते मेहता को यूनिवर्सिटी से इस्तीफा देना पड़ा।

    पत्र में आगे लिखा गया है कि मौजूदा भारतीय सरकार के मुखर आलोचक और अकादमिक स्वतंत्रता के प्रहरी मेहता अपने लेखों के कारण निशाने पर आ गए। ऐसा लग रहा है कि यूनिवर्सिटी के ट्रस्टी ने उनका बचाव करने की जगह उन्हें इस्तीफा देने पर मजबूर किया।

    पत्र

    पत्र में कही गईं ये बातें

    पत्र में लिखा गया है कि मेहता ने स्वतंत्र विचार, सहिष्णुता और सम्मान नागरिकता की लोकतांत्रिक भावनाओं की बात कही है। जब किसी विद्वान को सार्वजनिक तौर पर कही गई उसकी बातों के लिए दंडित किया जाता है तो इन मूल्यों पर भी हमला होता है। जब ये बातें संवैधानिक मूल्यों के बचाव में कही होती हैं तो इस तरह का हमला और भी शर्मनाक हो जाता है।

    इस पत्र पर कई यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों के हस्ताक्षर हैं।

    समर्थन

    मेहता के समर्थन में इन प्रोफेसरों ने किए हस्ताक्षर

    इस पत्र पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर होमी के भाभा, एन्नी ए रॉथनबर्ग, UC बार्कले स्कूल ऑफ लॉ के डीन एर्विन चेमरिंस्की, पेंसिलवेनिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर, रॉजर्स सर्मिथ, क्रिस्टोफर एच ब्राउन, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर केट ओ'रेगन और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर एथिक्स के निदेशक डेनियल एलेन आदि के हस्ताक्षर हैं।

    इन सभी ने मेहता राजनीतिक दबाव के चलते यूनिवर्सिटी से मेहता के इस्तीफे पर हैरानी व्यक्त की है।

    प्रदर्शन

    अशोका फैकल्टी ने भी किया मेहता का समर्थन

    प्रताप भानु मेहता के इस्तीफे के बाद अशोका फैकल्टी भी उनके समर्थन में उतर आई है।

    फैकल्टी ने वाइस-चांसलर मालबिका सरकार को भेजे पत्र में कहा कि प्रोफेसर मेहता का जाना फैकल्टी के चिंता का विषय है। इससे यूनिवर्सिटी की अकादमिक आजादी के प्रति प्रतिबद्धता और आंतरिक प्रक्रियाओं पर सवाल खड़े होते हैं।

    फैकल्टी के अलावा छात्र में मेहता और सुब्रमण्यन के इस्तीफे के बाद प्रदर्शन कर रहे हैं। इनकी मांग है कि दोनों को वापस यूनिवर्सिटी में बुलाया जाए।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    ऑक्सफोर्ड
    कोलंबिया
    प्रताप भानु मेहता

    ताज़ा खबरें

    IPL 2025 फाइनल: PBKS बनाम RCB मुकाबले की पिच रिपोर्ट, जानिए नरेंद्र मोदी स्टेडियम के आंकड़े  IPL 2025
    मई में कैसी रही हुंडई की घरेलू बिक्री? जानिए फायदा हुआ या नुकसान  हुंडई मोटर कंपनी
    मुंबई में जालसाजों ने डिजिटल अरेस्ट कर महिला से की 1.02 करोड़ रुपये की ठगी  मुंबई
    शिरडी साईं बाबा के मंदिर से कर्मचारियों ने दान के पैसे उड़ाए, धरे गए शिरडी

    ऑक्सफोर्ड

    खून के नमूूनों के जरिये महज 20 मिनट में लगेगा कोरोना वायरस संक्रमण का पता भारत की खबरें
    स्वीडन की कंपनी का दावा- कोरोना को मुंह में खत्म कर सकती है कोल्डजाइम माउथ स्प्रे भारत की खबरें
    नवंबर तक भारत में आएगी ऑक्सफोर्ड की कोरोना वायरस वैक्सीन, एक हजार रुपये होगी कीमत भारत की खबरें
    कोरोना वायरस: भारत में ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के लिए पांच जगहें तैयार भारत की खबरें

    कोलंबिया

    "शर्ट से पसीना निचोड़कर पीना पड़ता था", मैक्सिको से लौटे युवकों ने बताई आपबीती भारत की खबरें
    आर्ची सिंह 'मिस ट्रांस इंटरनेशनल' की सेकेंड रनर अप रहने वाली पहली भारतीय बनीं दिल्ली

    प्रताप भानु मेहता

    प्रताप भानु मेहता के बाद प्रसिद्ध अर्थशास्त्री अरविंद सुब्रमण्यन ने भी दिया अशोका यूनिवर्सिटी से इस्तीफा अरविंद सुब्रमण्यन
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025