
लद्दाख हिंसा: कांग्रेस नेता पर लगे आरोप, अब तक 48 गिरफ्तार; जानिए बड़ी बातें
क्या है खबर?
लद्दाख में बीते दिन हुई हिंसा के पीछे केंद्र सरकार ने सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को जिम्मेदार बताया है। सरकार ने कहा कि वांगचुक ने भीड़ को उकसाने के लिए नेपाल के प्रदर्शन का हवाला दिया। वहीं, हिंसा में 4 मौतें होने के बाद पुलिस ने 48 लोगों को हिरासत में लिया है। भाजपा ने हिंसा को लेकर कांग्रेस पर आरोप लगाया है और भीड़ में शामिल स्थानीय पार्षद की तस्वीरें और वीडियो जारी किए हैं।
वांगचुक
हिंसा को लेकर सोनम वांगचुक बुरी तरह घिरे
लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने समेत कई और मांगों को लेकर वांगचुक बीते 15 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे थे। हालांकि, हिंसा भड़कने के बाद उन्होंने अनशन खत्म कर दिया है, लेकिन वे बुरी तरह घिर चुके हैं। गृह मंत्रालय ने वांगचुक को सीधा-सीधा हिंसा का जिम्मेदार बताया है। मंत्रालय ने कहा, "कई अपील के बावजूद वांगचुक ने अनशन जारी रखा। अरब स्प्रिंग और जेन जी विरोध प्रदर्शनों का उल्लेख कर लोगों को गुमराह किया।"
पाकिस्तान
वांगचुक की पाकिस्तान यात्रा भी संदेह के घेरे में
वांगचुक ने इसी साल फरवरी में पाकिस्तान के इस्लामाबाद की यात्रा की थे। वे वहां क्लाइमेट चेंज कॉन्फ्रेंस में शामिल होने गए थे। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि वांगचुक की ये यात्रा संदेह के घेरे में है। सरकार लद्दाख हिंसा के पीछे विदेशी हाथ होने की आशंका जताते हुए हर एंगल से जांच कर रही है। हालांकि, वांगचुक ने कहा था कि वे केवल पर्यावरण से जुड़े कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए हैं।
कार्रवाई
लद्दाख में रैली-प्रदर्शन पर रोक, लेह में कर्फ्यू
हिंसा के बाद लेह में कल से ही कर्फ्यू लागू है। प्रशासन ने लेह में ITBP, पुलिस और CRPF के जवानों को तैनात किया है। लेह और उसके आस-पास के इलाकों की सड़कें सील हैं। एक FIR दर्ज की गई है और 48 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। करगिल के जिला मजिस्ट्रेट ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 163 लागू कर दी है। इसके तहत जुलूस, रैली और 5 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक है।
कांग्रेस पार्षद
भाजपा ने कांग्रेस पार्षद पर लगाए हिंसा में शामिल होने के आरोप
भाजपा ने स्थानीय कांग्रेस पार्षद फुंटसोग स्टैनजिन त्सेपाग पर हिंसा में शामिल होने का आरोप लगाया है। भाजपा नेता अमित मालवीय ने त्सेपाग की कुछ तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किए हैं। मालवीय ने कहा, 'दंगा कर रहा यह व्यक्ति अपर लेह वार्ड का कांग्रेस पार्षद फुंटसोग स्टैनजिन त्सेपाग है। उसे भीड़ को उकसाते और भाजपा कार्यालय तथा हिल काउंसिल को निशाना बनाकर की गई हिंसा में शामिल होते हुए साफ़ देखा जा सकता है।'
हिंसा
लद्दाख में क्या हुआ था?
लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर वांगचुक 15 दिनों से आमरण अनशन पर थे। कल छात्रों और स्थानीय लोगों ने लेह में उनकी मांगें पूरी नहीं करने के विरोध में बंद बुलाया था। इसी दौरान हिंसा भड़क गई थी। प्रदर्शनकारियों ने भाजपा कार्यालय और CRPF वाहन में आग लगा दी थी। इस दौरान पत्थरबाजी भी हुई थी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे थे। हिंसा में 80 लोग घायल हुए थे।