क्रिसमस पर व्हाट्सऐप यूजर्स को निशाना बना रहे हैं साइबर ठग, ऐसे रहें सुरक्षित
क्या है खबर?
साइबर अपराधी इन दिनों व्हाट्सऐप यूजर्स को क्रिसमस के मौके पर अपना निशाना बना रहे हैं। त्योहार की बधाई और गिफ्ट के नाम पर फर्जी लिंक भेजे जा रहे हैं, जिनसे लोगों के बैंक अकाउंट खाली हो रहे हैं। लोग मैसेज पर भरोसा करके लिंक खोल लेते हैं और ठगी का शिकार हो जाते हैं। यह स्कैम तेजी से फैल रहा है, क्योंकि क्रिसमस के समय लोग ज्यादा गिफ्ट और ऑफर की उम्मीद करते हैं।
ठगी
क्या है गिफ्ट लिंक ठगी और कैसे फंसाते हैं जालसाज?
यह ठगी आमतौर पर 'मेरी क्रिसमस, आपका गिफ्ट यहां है' जैसे मैसेज से शुरू होती है। मैसेज में एक लिंक होता है, जो देखने में असली लगता है। लिंक खोलते ही यूजर को नकली वेबसाइट पर ले जाया जाता है। वहां मोबाइल नंबर, OTP या बैंक से जुड़ी जानकारी मांगी जाती है। कई बार फोन में खतरनाक ऐप अपने आप डाउनलोड हो जाता है, जिससे हैकर्स पूरा कंट्रोल पा लेते हैं।
पहचान
ठगी की पहचान कैसे करें?
अगर कोई मैसेज बिना वजह महंगे गिफ्ट या पैसे देने की बात करे, तो बिना देर किए तुंरत सावधान हो जाएं। गलत स्पेलिंग वाले ब्रांड नाम, अनजान वेबसाइट लिंक और 'दोस्तों को भेजें' जैसे मैसेज ठगी का संकेत हैं। कोई भी असली कंपनी गिफ्ट देने के लिए OTP या बैंक डिटेल नहीं मांगती। अगर लिंक खोलने पर ऐप इंस्टॉल करने को कहा जाए, तो यह साफ तौर पर साइबर ठगी है।
बचाव
ऐसी ठगी से कैसे बचें?
ऐसी ठगी से बचने के लिए किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें, चाहे मैसेज कितना भी भरोसेमंद लगे। व्हाट्सऐप में टू-स्टेप वेरिफिकेशन (2FA) चालू रखें और लिंक्ड डिवाइस समय-समय पर जांचें। बैंक या कार्ड की जानकारी किसी को न दें। अगर गलती से संदिग्ध ऐप इंस्टॉल हो जाए, तो तुरंत इंटरनेट बंद करें और बैंक से संपर्क करें। ठगी होने पर 1930 नंबर पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।