रेलवे स्टेशनों पर वेंडर ने बिल नहीं दिया तो यात्री को मुफ्त में मिलेगा सामान
क्या है खबर?
अक्सर आप यात्रा के दौरान रेलवे स्टेशन पर वेंडर से सामान लेते होंगे और बिना बिल लिए ही पैसे दे देते होंगे, लेकिन अब से ऐसा नहीं करना है।
दरअसल, भारतीय रेलवे ने अपने सभी स्टेशनों और ट्रेनों में 'नो बिल, नो पेमेंट' नीति लागू कर दी है।
अब से यदि सामान लेने पर कोई भी वेंडर बिन नहीं देता है, तो आपको उस सामान के लिए पैसे देने की आवश्यकता नहीं है।
आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
ट्वीट
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करके दी जानकारी
बता दें कि इस नीति को लागू करने की जानकारी रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ख़ुद ट्वीट करके दी है।
रेल मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा है, 'रेलवे द्वारा नो बिल, नो पेमेंट की नीति अपनाते हुए विक्रेताओं द्वारा ग्राहकों को बिल देना अनिवार्य किया गया है।'
उन्होंने अपने ट्वीट में आगे लिखा है, 'ट्रेन अथवा रेलवे प्लेटफ़ॉर्म पर यदि कोई विक्रेता आपको बिल देने से इनकार करता है, तो आपको उसे पैसे देने की आवश्यकता नहीं है।'
ट्विटर पोस्ट
रेलमंत्री पीयूष गोयल का ट्वीट
रेलवे द्वारा No Bill, No Payment की नीति अपनाते हुए विक्रेताओं द्वारा ग्राहकों को बिल देना अनिवार्य किया गया है।
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) July 18, 2019
ट्रेन अथवा रेलवे प्लेटफार्म पर यदि कोई विक्रेता आपको बिल देने से इंकार करता है तो आप को उसे पैसे देने की आवश्यकता नही है। pic.twitter.com/qxcnnjtemb
शिकायत
तीन साल में सोशल मीडिया से रेलवे को मिली हैं सात लाख से ज़्यादा शिकायतें
रेल मंत्री ने बीते दिनों सदन में बताया था कि तीन सालों के दौरान सिर्फ़ सोशल मीडिया के ज़रिए रेल मंत्रालय को सात लाख से अधिक शिकायतें मिली हैं।
रेल मंत्री के अनुसार, साल 2016-17 में 1,71,109 शिकायतें, 2017-18 में 2,79,376 शिकायतें और 2018-19 में 2,47,546 शिकायतें मिल चुकी हैं।
वहीं, इस साल अप्रैल से 19 जून तक 64,051 शिकायतें रेलवे को मिल चुकी हैं।
आजकल ज़्यादातर लोग जागरूक हो चुके हैं और अपनी शिकायत सोशल मीडिया पर करते हैं।
वेंडर
लगातार बढ़ रहे हैं वेंडरों की मनमानी के मामले
यह बताने की ज़रूरत नहीं है कि ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों पर वेंडरो की मनमानी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
कई बार वेंडर मनमानी करते हुए ग्राहकों से सामान की कीमत से ज़्यादा पैसे वसूलते हैं और ख़राब सामान भी बेचते हैं।
लेकिन बिल न होने की वजह से दुकानदारों और वेंडरो के ख़िलाफ़ कोई कार्यवाई नहीं हो पाती है। इस समस्या को दूर करने के लिए ही रेलवे ने 'नो बिल, नो पेमेंट' नीति लागू की है।
पुराना मामला
वायरल हुआ था टैंक के पानी से शिकंजी बनाने का वीडियो
कुछ साल पहले बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर ज़्यादा कीमत पर सामान बेचने का मामला सामने आया था।
वहाँ पानी की बोतल और जनता मील 15 की जगह 20 रुपये में बेचा जाता था। साथ ही कई अन्य चीज़ों की कीमत भी ज़्यादा ली जाती थी।
इसके अलावा कुछ महीने पहले सोशल मीडिया पर टैंक के पानी से शिकंजी बनाने वाले एक वेंडर का भी वीडियो वायरल हुआ था।
इन्ही समस्याओं से निपटने के लिए ये नीति लागू की गई है।