'इंडिया' शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई और क्या ये गुलामी का प्रतीक है?
G-20 शिखर सम्मेलन के दौरान होने वाले रात्रिभोज के निमंत्रण पत्र पर 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' लिखा होने की खबर सामने आने के बाद से ही देशभर में 'इंडिया' और 'भारत' नाम को लेकर बहस छिड़ गई है। देश का नाम केवल 'भारत' करने के समर्थक लोगों का कहना है कि 'भारत' देश का प्राचीन नाम है और 'इंडिया' नाम गुलामी की मानसिकता दर्शाता है। आइए जानते हैं कि ये बात कितनी सच है और 'इंडिया' नाम की उत्पत्ति कैसे हुई।
'इंडिया' नाम का संबंध सिंधू नदी से
'इंडिया' नाम की उत्पत्ति सिंधू से हुई है। यहां सिंधू का मतलब सिंधू नदी से है, जिसके किनारे भारतीय सभ्यता ने जन्म लिया। जब ये सभ्यता ईरानी (फारसी) साम्राज्य के संपर्क में आई तो 'स' का उच्चारण 'ह' की तरह करने के कारण उन्होंने 'सिंधू' (Sindhu) को 'हिंदू' (Hindu) कहा। इस तरह फारसी में सिंधू नदी के किनारे रहने वाले लोगों को 'हिंदू' और उनके इलाके को 'हिंदुस्तान' (Hindustan) कहा गया, जिसका मतलब 'हिंदुओं का क्षेत्र' होता है।
'हिंदू' से 'इंडिया' नाम कैसे आया?
फारसी साम्राज्य से होते हुए 'हिंदू' नाम ग्रीस (यूनानी सभ्यता) पहुंचा, लेकिन यहां एक बार फिर उच्चारण के अंतर के कारण 'हिंदू' (Hindu) शब्द ग्रीक भाषा में 'इंडूज' (Indos) हो गया। ग्रीस के इतिहासकार हेरोडोटस ने लगभग 400 ईसा पूर्व (2,400 साल पहले) इस शब्द का इस्तेमाल किया था। ग्रीस से 'इंडूज' नाम रोमन साम्राज्य पहुंचा और यहां ये लैटिन में 'इंडूज' (Indos) से 'इंडस' (Indus) हो गया और 'इंडस' की जमीन को 'इंडिया' (India) कहा गया।
क्या 'इंडिया' नाम गुलामी का प्रतीक?
भारत में 'इंडिया' शब्द अंग्रेजी राज के समय ज्यादा प्रचलित हुआ, इसलिए इसे गुलामी से जोड़ा जाता है। हालांकि, जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि इस शब्द की उत्पत्ति लगभग 2,400 साल पुरानी है, ऐसे में इसे गुलामी का प्रतीक बताना ठीक नहीं होगा।