डीपफेक पर सरकार का सोशल मीडिया कंपनियों को नोटिस, IT मंत्री बोले- ये बड़ा मुद्दा
क्या है खबर?
डीपफेक वीडियो के कई मामले सामने आने के बाद अब सरकार इस मुद्दे पर सख्त होती जा रही है। अब सरकार ने इस संबंध में सोशल मीडिया कंपनियों को नोटिस जारी कर डीपफेक वीडियो की पहचान और कार्रवाई करने को कहा है।
केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी (IT) मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस बात की जानकारी दी है। खबर है कि सरकार इस संबंध में जल्द एक बैठक बुला सकती है।
बयान
IT मंत्री बोले- ये हम सभी के लिए बड़ा मुद्दा
डीपफेक पर समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए IT मंत्री वैष्णव ने कहा, "ये हमारे लिए बड़ा मुद्दा है। हमने हाल ही में सभी बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को नोटिस जारी किया है और उनसे डीपफेक की पहचान करने के लिए कदम उठाने और ऐसी सामग्री हटाने को कहा है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म इस पर कार्रवाई कर रहे हैं। हमने उन्हें इस काम में और तेजी लाने के लिए कहा है।"
चेतावनी
सोशल मीडिया कंपनियों को IT मंत्री की चेतावनी
IT मंत्री ने सोशल मीडिया कंपनियों को चेतावनी भी दी है। उन्होंने कहा, "अगर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म डीपफेक को हटाने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाते हैं तो उन्हें संरक्षण देने वाला 'सेफ हार्बर क्लॉज' लागू नहीं होगा।"
बता दें कि सेफ हार्बर क्लॉज के तहत कंपनियों को ऐसी सामग्री के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता, जो किसी तीसरे पक्ष ने प्रसारित की है। हालांकि, ये नियम कई शर्तों के साथ लागू होता है।
अभिनेत्रियां
हाल ही में कई अभिनेत्रियां हुई डीपफेक का शिकार
कुछ दिन पहले अभिनेत्री रश्मिका मंदाना का डीपफेक वीडियो सामने आया था। उसके बाद कैटरीना कैफ भी इस तरह की तकनीक का शिकार हो चुकी हैं।
16 नवंबर को अभिनेत्री काजोल का डीपफेक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक महिला को कैमरे के सामने कपड़े बदलते देखा जा सकता है। हालांकि, कपड़े बदल रही महिला कोई और है, जिस पर डीपफेक के जरिए काजोल का चेहरा लगा दिया गया है।
मोदी
प्रधानमंत्री ने भी जताई थी चिंता
इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चिंता जताते हुए कहा था कि ये भारत के सामने सबसे बड़े खतरों में से एक है, जिससे अराजकता पैदा हो सकती है।
उन्होंने कहा था, "मैंने हाल ही में एक वीडियो देखा, जिसमें मैं गा रहा था। जो लोग मुझे पसंद करते हैं, उन्होंने मुझे ये वीडियो भेजा था।"
कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री का भी एक डीपफेक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्हें डांडिया खेलते हुए दिखाया गया था।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
AI डीपफेक एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जिसमें AI का उपयोग कर वीडियो, तस्वीरों और ऑडियो में छेड़छाड़ की जा सकती है।
इसमें AI से नकली या फर्जी कंटेंट तैयार किया जाता है। इसकी मदद से किसी दूसरे की फोटो या वीडियो पर किसी और का चेहरा लगाकर उसे बदला जा सकता है।
कह सकते हैं कि इस टेक्नोलॉजी से AI का इस्तेमाल कर फर्जी वीडियो बनाये जा सकते हैं, जो देखने में असली लगते हैं, लेकिन होते फर्जी हैं।