मुंबई: भारी बारिश से कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात, दो दिन के लिए रेड अलर्ट
क्या है खबर?
मुंबई में कल से बारिश जारी है और कई जगहों पर बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। शहर में कल पूरी रात भारी बारिश हुई और जब सुबह लोग जगे तो कई जगहों पर घुटनों तक पानी भर गया था।
मौसम विभाग ने अगले दो दिन भी ऐसी ही बारिश होने की संभावना जाहिर की है और इसलिए शहर में 4 और 5 अगस्त के लिए रेड अलर्ट घोषित किया गया है।
बारिश
मंगलवार सुबह तक हुई 140.5 mm बारिश
'NDTV' की रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई में सोमवार सुबह 8 बजे से मंगलवार सुबह 3 बजे तक 140.5 mm बारिश हुई। पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों में क्रमशः 84.77 mm और 79.27 mm बारिश हुई।
भारी बारिश के कारण गोरेगांव, किंग सर्कल, हिंदमाता, दादर, शिवाजी चौक, शेल कॉलोनी, कुर्ला एसटी डिपो, बांद्रा टॉकीज और सियान रोड 24 में सड़कों पर बड़ी मात्रा में पानी भर गया। कई इलाकों में कमर तक पानी भर गया और गाड़ियों का चलना मुश्किल हो गया।
प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया यूजर्स ने की जुलाई, 2005 की बाढ़ से तुलना
यूं तो बारिश के मौसम में मुंबई के इलाकों में जल भराव आम बात हो गई है, लेकिन कई लोगों ने सोमवार की बारिश की तुलना 26 जुलाई, 2005 को शहर में हुई बारिश से की है। इस दिन भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ में लगभग 1,000 लोगों की मौत हो गई थी।
सोशल मीडिया पर यूजर्स ने बारिश और जल भराव का वीडियो डालते हुए कहा कि उन्होंने 2005 के बाद से ऐसी बारिश नहीं देखी है।
चेतावनी
समुद्र में उठ सकती हैं लगभग पांच मीटर ऊंची लहरें
मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार और बुधवार को भी मुंबई और आसपास के इलाकों में भारी बारिश हो सकती है और इसलिए इन इलाकों के लिए भी रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन इलाकों में मुंंबई के अलावा ठाणे, पुणे, रायगढ़ और रत्नागिरी जिले भी शामिल हैं।
आज दोपहर करीब 12:47 बजे समुद्र में 4.51 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं, इसलिए मुंबई नगर निगम ने लोगों को बीच या निचले इलाकों के पास जाने को लेकर चेताया है।
जानकारी
अलर्ट पर रखे गए कई विभाग
निगर निगम ने फायर ब्रिगेड, पंपिंग स्टेशनों और अस्थाई 299 पंपिंग मशीनों के स्टाफ को अलर्ट पर रखा है। मीठी नदी का जल स्तर बढ़ने पर लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने लिए भी अधिकारियों को अलर्ट किया गया है।
बाढ़
मुंबईवासियों को हर साल होना पड़ता है बाढ़ की समस्या से दो-चार
गौरतलब है कि जून से सितंबर और कभी-कभी अक्टूबर तक चलने वाले मानसून सीजन में हर साल मुंबई की सड़कें और गलियां भर जाती हैं और बाढ़ जैसी स्थित पैदा हो जाती है। अगर हर साल मुंबईवासियों को इस स्थिति से दो-चार होना पड़ता है और कुछ दिन के लिए उनका जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो जाता है।
मुंबई की लाइनलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन की सेवाएं भी इससे प्रभावित होती हैं।