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दिल्ली धमाके का आतंकी हमले से पहले पुलवामा गया, आत्मघाती हमलावर कर रहा था तैयार
दिल्ली धमाके के आतंकी उमर को लेकर नए खुलासे हुए हैं

दिल्ली धमाके का आतंकी हमले से पहले पुलवामा गया, आत्मघाती हमलावर कर रहा था तैयार

लेखन आबिद खान
Nov 19, 2025
01:21 pm

क्या है खबर?

दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार धमाके के आतंकी डॉक्टर उमर को लेकर नई जानकारियां सामने आई हैं। घटना को अंजाम देने से कुछ दिन पहले उमर कश्मीर गया था। वहां उसने अपना मोबाइल फोन भाई को दे दिया था। पुलिस ने इस फेंके गए फोन को बरामद कर लिया है, जिसमें से कुछ अहम सुराग एजेंसियों के हाथ लगे हैं। इसके अलावा उमर युवाओं को आत्मघाती हमलावर बनने के लिए लगातार उकसा रहा था।

फोन

उमर ने भाई से कहा था- फोन पानी में फेंक देना

समाचार एजेंसी PTI ने बताया कि उमर के भाई जहूर इलाही ने पूछताछ के दौरान शुरुआत में किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार कर दिया। हालांकि, लगातार पूछताछ में उसने बताया कि उमर ने उसे एक फोन दिया था और कहा था कि अगर उसके बारे में कोई खबर आए तो फोन को पानी में फेंक देना। इलाही ने खुद पुलिस को वो जगह बताई, जहां फोन फेंका था। इसके बाद फोरेंसिक विशेषज्ञों ने फोन से डेटा निकाला।

वीडियो

फोन में 70 से ज्यादा वीडियो, 12 खुद उमर के

दैनिक भास्कर ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) सूत्रों के हवाले से बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल में उमर के 12 वीडियो समेत 70 से ज्यादा वीडियो मिले हैं। इनमें ISIS और अल-कायदा के प्रचार वीडियो भी शामिल थे। ये वीडियो 11 लोगों को भेजे गए थे, जिनमें 7 युवा कश्मीरी मूल के हैं और सभी का अल-फलाह विश्वविद्यालय से भी कोई न कोई नाता है। बाकी लोग उत्तर प्रदेश, केरल और कर्नाटक के रहने वाले हैं।

हमलावर

युवाओं को आत्मघाती हमलावर बनने के लिए प्रेरित कर रहा था उमर

उमर अपने जैसे कई और आत्मघाती हमलावर तैयार करने की साजिश रच रहा था। इसके लिए वह युवाओं को भड़काने के लिए वीडियो बनाकर भेजता था। जांच में ये भी पता चला है कि उमर ने आमिर रशीद अली नामक शख्स को भी ऐसे वीडियो भेजे थे, क्योंकि उसने हमलावर बनने से इनकार कर दिया था। एक वीडियो में उमर कह रहा है कि आत्मघाती हमले सबसे अधिक सम्माननीय कृत्यों में से एक है।

फोन

हमले से पहले अपने घर गया था उमर

हमले से करीब 2 हफ्ते पहले उमर पुलवामा में अपने घर गया था। यहां उसने अपना एक फोन भाई को दिया और कहा कि कुछ खबर आए तो इसे फेंक देना। ये घटनाक्रम 26 से 29 अक्टूबर के बीच का है। 9 नवंबर को जब एजेंसियों ने उमर के कुछ साथियों को गिरफ्तार किया तो उसके भाई ने घबराकर फोन एक तालाब में फेंक दिया। एजेंसियों को उमर के एक फोन की लोकेशन दिल्ली और दूसरे की पुलवामा में मिली।