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अनुराधा पौडवाल के बेटे आदित्य का निधन, 35 साल की उम्र में दुनिया को किया अलविदा

अनुराधा पौडवाल के बेटे आदित्य का निधन, 35 साल की उम्र में दुनिया को किया अलविदा

Sep 12, 2020
12:36 pm

क्या है खबर?

बॉलीवुड सितारों के लिए यह साल बेहद खराब साबित हो रहा है। साल की शुरुआत से ही लगातार एक के बाद एक बुरी खबरें सुनने को मिलती जा रही हैं। अब खबर आई है कि मशहूर भजन गायिका अनुराधा पौडवाल के बेटे आदित्य पौडवाल का निधन हो गया है। सिर्फ 35 साल की उम्र में उन्होंने हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। इस खबर से अब पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

जानकारी

किडनी की समस्या से थे परेशान

रिपोर्ट्स के अनुसार आदित्य पिछले काफी समय से किडनी की समस्या से जूझ रहे थे। इसी के चलते कुछ दिनों से वह अस्पताल में भी भर्ती करवाया गया था। किडनी फेल होने से आज सुबह आदित्य ने दम तोड़ दिया।

रिकॉर्ड

लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवा चुके थे आदित्य

आदित्य ने भी अपनी मां के कदमों पर चलकर ही अपना करियर चुना था। वह कई भक्ति गीतों को अपनी जादुई आवाज से सजा चुके हैं। इसके अलावा वह एक बेहतरीन म्यूजिक कंपोजर भी थे। उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि वह अब भक्ति गीतों पर भी अपना ध्यान केंद्रित करने की योजना बना रहे हैं। आदित्य का नाम देश के सबसे कम उम्र के म्यूजिक डायरेक्टर के तौर पर लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है।

परिवार

पहले ही हो चुका है अनुराधा के पति का भी निधन

अनुराधा पौडवाल की बात करें तो उन्होंने चार दशक तक फिल्म इंडस्ट्री में अपनी खूबसूरत आवाज का जादू चलाया। 90 के दशक में जब वह अपने करियर में एक ऊंचे पड़ाव पर थीं तभी खबर की एक दुर्घटना में उनके पति अरुण पौडवाल का निधन हो गया। बता दें कि अरुण संगीतकार एसडी बर्मन के असिस्टेंट हुआ करते थे। अब बेटे का भी निधन हो गया। उनके परिवार में उनके साथ अब केवल बेटी कविता पौडवाल ही हैं।

सम्मान

अनुराधा पौडवाल को मिल चुके हैं कई सम्मान

अनुराधा पौडवाल को उनके लंबे करियर में कई बड़े पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। 2017 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री अवॉर्ड से सम्मानित किया था। इसके अलावा उन्हें महाराष्ट्र सरकार ने मोहम्मद रफी अवॉर्ड, मध्य प्रदेश सरकार से लता मंगेशकर अवॉर्ड और मदर टेरेसा लाइफ टाइम अचिवमेंट अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है। उनके गाए भक्ति गीत आज भी लोगों की जुबां से सुनने को मिल जाते हैं।