मल्टीप्लेक्स में क्यों बेचते हैं महंगे पॉपकॉर्न और कोल्ड ड्रिंक? PVR के MD ने बताया
क्या है खबर?
एक समय था जब सिनेमाघरों में फिल्म देखना ज्यादातर लोगों के बस में था। अब मल्टिप्लेक्स थिएटर जाना जैसे एक लग्जरी है।
यहां न सिर्फ फिल्म के टिकट के दाम कई गुना बढ़ गए हैं, बल्कि यहां मिलने वाले स्नैक्स की कीमतें भी आसमान छू रही हैं।
हमेशा से यहां मिलने वाले महंगे पॉपकॉर्न या कोल्ड ड्रिंक पर सवाल उठाए जाते रहे हैं।
अब PVR के MD अजय बिजली ने इसका कारण बताया है।
तुलना
पहले और अब में क्या है अंतर?
अजय ने इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि पुराने समय में सिंगल स्क्रीन वाले सिनेमाघरों में सिर्फ एक प्रोजेक्शन और एक साउंड सिस्टम होता था। किसी भी सिनेमाघर में सेंट्रल AC नहीं होता था।
मल्टीप्लेक्स में जितने स्क्रीन, उतने प्रोजेक्शन और साउंड सिस्टम लगाने होते हैं। साथ ही हर मल्टीप्लेक्स वातानुकूलित होता है।
इन सबके संचालन में पूंजी लगती है। यही वजह है कि टिकट और खानपान के दाम चार से पांच गुना तक बढ़ गए हैं।
कीमत
कम नहीं होंगी कीमतें
अजय का कहना है कि कम जगह में ज्यादा स्क्रीन लगाने में काफी खर्च आता है।
उनके अनुसार भारत अभी भी सिंगल स्क्रीन से मल्टीप्लेक्स की ओर बढ़ रहा है। इसमें लगने वाली लागत को पूरा करने के लिए स्नैक्स इसी दर से बेचे जाएंगे।
अजय की बातों से साफ है कि भारी आलोचना के बाद भी फिलहाल PVR में मिलने वाले पॉपकॉर्न ओर कोल्ड ड्रिंक के दाम कम होने की कोई गुंजाइश नहीं है।
सफाई
PVR के अधिकारियों ने अपने पक्ष में कही ये बात
अजय ने बताया कि PVR के फूड ऐंड बेवरेजेस (खानपान) का व्यापार 1,500 करोड़ रुपये सालाना हो गया है। अगर लोग यहां मिलने वाले खानपान से संतुष्ट नहीं होते तो यह आंकड़ा छू पाना मुश्किल था।
पिछले महीने PVR सिनेमा के CEO गौतम दत्ता ने बताया था कि कोरोना महामारी में हुए नुकसान की भरपाई के लिए कंपनी ने टिकट के दाम 23 प्रतिशत तक बढ़ा दिए हैं।
यह बढ़ोतरी बिजली के बढ़े हुए दर के कारण भी हुई है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
मार्च में PVR और आइनॉक्स सिनेमा के मर्जर की घोषणा हुई थी, यानी कि अब दोनों कंपनियां एक होकर संचालन करेंगी। इस संयुक्त कंपनी को PVR Inox Ltd के नाम से जाना जाएगा।
चुनौती
महामारी और OTT से बिजनस पर पड़ा असर
PVR सिनेमा भारत में सबसे बड़ा मल्टीप्लेक्स चेन है। देश में 80 प्रतिशत स्क्रीन्स PVR की ही हैं। इसका पूरा नाम प्रिया विलेज रोडशो लिमिटेड है।
PVR को भारत में सिनेमाघरों के क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए जाना जाता है। कंपनी ने पहला मल्टीप्लेक्स 1997 में दिल्ली में स्थापित किया था।
भले ही OTT की बढ़ती लोकप्रियता से सिनेमाघरों के भविष्य पर सवालिया निशान लग रहे हैं लेकिन कंपनी अपना बिजनस संभालने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।