इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ केरल हुआ शुरू, जानें समारोह की खास बातें
शुक्रवार को केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ केरल (IFFK) की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने इसका उद्घाटन किया। उन्होंने पारंपरिक तरीके से दीप न जलाकर, ऑडिटोरियम की आर्क लाइट जलाकर इसका उद्घाटन किया। इस बार फिल्म फेस्टिवल में एक ईरानी फिल्ममेकर को 'स्पिरिट ऑफ सिनेमा' सम्मान से नवाजा गया है। इससे पहले हमने आपको IFFI के बारे में विस्तार से समझाया था, आइए अब जानते हैं क्या है IFFK?
क्या है IFFK?
IFFK का हर साल तिरुवनंतपुरम में आयोजन होता है। इसमें दुनियाभर की उम्दा फिल्मों का प्रदर्शन होता है। राज्य सरकार के संस्कृति विभाग के तहत आने वाली केरल राज्य चलचित्र अकादमी इसका आयोजन करती है। इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) से प्रेरित होकर IFFK की शुरुआत 1996 में हुई थी। यहां एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरीका में बनीं फिल्मों को अलग-अलग श्रेणियों में अवॉर्ड दिया जाता है। वहीं समारोह में मलयालम सिनेमा के लिए अलग सेक्शन रखा जाता है।
IFFI की तर्ज पर हुई थी IFFK की शुरुआत
1988 में तिरुवनंतपुरम में IFFI का आयोजन हुआ था। इसकी प्रेरणा से केरल में कई फिल्म सोसाइटी बनीं। IFFK की शुरुआत भी IFFI की प्रेरणा से हुई। IFFI की शुरुआत 1952 में हुई थी। अब यह एशिया के सबसे प्रतिष्ठित फिल्म फेस्टिवल में गिना जाता है। इसका आयोजन डायरेक्टरेट ऑफ फिल्म फेस्टिवल्स, गोवा राज्य सरकार के साथ मिलकर करती है। इसका मकसद भारतीय सिनेमा को विश्व सिनेमा से जोड़ना है।
ईरानी फिल्ममेकर को 'स्पिरिट ऑफ द सिनेमा' सम्मान
इस फेस्टिवल में पिछले साल 'स्पिरिट ऑफ द सिनेमा' सम्मान की शुरुआत की गई थी। इस साल, 27वें IFFK में इस सम्मान के लिए ईरानी फिल्ममेकर महनाज मोहम्मदी को चुना गया है। महनाज फिल्मेकर होने के साथ ही महिला अधिकारों के लिए लड़ने वालीं ऐक्टिविस्ट हैं। फिलहाल उनपर यात्रा करने से प्रतिबंध लगा हुआ है जिसकी वजह से वह यह पुरस्कार लेने नहीं आ सकेंगी। उनकी ओर से ग्रीक फिल्ममेकर अथीना रशेल यह पुरस्कार लेंगी।
इस साल क्या है खास?
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस साल समारोह में करीब 12,000 मेहमान शामिल हो रहे हैं। इसका आयोजन 9-16 दिसंबर तक होगा। इस बार साइबेरिया को फेस्टिवल के केंद्र में रखा गया है। फेस्टिवल में साइबेरिया की छह फिल्मों की स्क्रीनिंग होगी। इसके अलावा इस बार साइलेंट सिनेमा को भी फेस्टिवल में खास जगह दी जा रही है। पहली बार IFFK में लाइव म्यूजिक के साथ साइलेंट फिल्मों की सक्रीनिंग की जाएगी है। फेस्टिवल में पांच साइलेंट फिल्में दिखाई जाएंगी।