फिल्म 'जल्लीकट्टू' ऑस्कर 2021 से हुई बाहर, 'बिट्टू' ने बनाई टॉप-10 में जगह
क्या है खबर?
फिल्म जगत के लिए ऑस्कर एक बड़ा पुरस्कार है। प्रत्येक साल कई फिल्में कई कैटेगरी में इस पुरस्कार के लिए नामित की जाती हैं।
इस साल भी भारतीय फिल्म जगत को फिल्म 'जल्लीकट्टू' से काफी उम्मीदें थीं। अब खबर आ रही है कि यह फिल्म ऑस्कर 2021 की प्रतियोगिता से बाहर हो गई है।
वहीं, शार्ट फिल्म 'बिट्टू' ने एक कैटेगरी में टाप-10 में जगह बनाई है। अब फैंस और फिल्म समीक्षकों को इस फिल्म से काफी उम्मीदें हैं।
ऑस्कर पुरस्कार
ऑस्कर पुरस्कार के लिए फिल्मों को कैसे चुना जाता है?
ऑस्कर पुरस्कार के लिए 9 कैटेगरी में फिल्मों का नामांकण किया जाता है। इनमें से हर कैटेगरी की फिल्मों को चुना जाता है।
इनमें कुछ कैटेगरी के लिए 15 फिल्मों को शॉर्टलिस्ट किया जाता है। वही, कुछ कैटेगरी में 10 फिल्मों का ही चुनाव किया जाता है।
विभिन्न कैटेगरी की इन्हीं फिल्मों में से अंतिर दौर के लिए पांच फिल्में चुनी जाती हैं। अंतत: इन पांच फिल्मों में से एक को ऑस्कर पुरस्कार के लिए चुना जाता है।
शॉर्ट फिल्म कैटेगरी
'लाइव एक्शन शॉर्ट फिल्म' कैटेगरी में 'बिट्टू' ने बनाई जगह
भारत की तरफ से मलयालम फिल्म 'जल्लीकट्टू' को अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म कैटेगरी के लिए नामित किया गया था। हालांकि, अब यह फिल्म ऑस्कर की रेस से बाहर हो चुकी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार 93 देशों ने इस कैटेगरी में अपनी फिल्में नामित की थीं, जो अब तक के इतिहास में सर्वाधिक है।
वहीं करिश्मा देव दुबे की फिल्म 'बिट्टू' ने 93वें अकादमी पुरस्कारों के लिए 'लाइव एक्शन शॉर्ट फिल्म' कैटेगरी में जगह बनाई है।
अभिव्यक्ति
ताहिरा और एकता ने 'बिट्टू' की सफलता पर व्यक्त की खुशी
अब 'बिट्टू' का मुकाबला 9 फिल्मों से होने वाला है। एकता कपूर और ताहिरा कश्यप ने सोशल मीडिया पर इस फिल्म की सफलता से जुड़ी जानकारी शेयर की है।
ताहिरा ने लिखा, 'फिल्म 'बिट्टू' को अपनी कैटेगरी में टॉप 10 में जगह मिली है। मैं अब शांत नहीं रह सकती हूं। यह मेरे लिए बहुत खास है।'
वहीं, एकता कपूर ने भी फिल्म की सफलता पर अपनी खुशी व्यक्त की है। एकता और ताहिरा इस फिल्म की निर्माता हैं।
कहानी
दो स्कूल जाने वाली लड़कियों की कहानी है 'बिट्टू'
'बिट्टू' की कहानी सच्ची घटना पर आधारित है। इसकी कहानी स्कूल जाने वाली दो दोस्तों की हैं।
फिल्म दो लड़कियों की दोस्ती पर आधारित है, जो एक-दूसरे के लिए कुछ भी करने को तैयार रहती हैं। फिल्म में नाटकीय मोड़ तब आता है, जब इन दोनों लड़कियों को स्कूल में जहर दे दिया जाता है।
इस फिल्म में रानी कुमारी, रुनू कुमारी, कृष्णा नेगी, मोनू उनियल और सलमा खातूम जैसे कलाकार दिखे थे।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखिए एकता कपूर का ट्विटर पोस्ट
Very exciting news but very persevering women I know who working at it! I’m in August company! Way to go team #BITTU N @IndWomenRising pic.twitter.com/GcJfnG53LW
— Ekta Kapoor (@ektarkapoor) February 10, 2021
कहानी
'जलीकट्टू' की कहानी है दिलचस्प
इस फिल्म की कहानी एक गांव की है, जहां कलन वर्की नामक एक कसाई रहता है। वह भैंसो को काटता है और गांव के लोग भैंस के मांस के लिए इसी पर निर्भर होते हैं।
एक बार वहां की भैंसें भाग जाती हैं। इसके बाद उत्पाती भैंसें गांव में तबाही मचा देती हैं और उसे पकड़ने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ता है।
इसके साथ ही फिल्म में गांव की गरीबी, अशिक्षा, बेरोजगारी जैसे मुद्दों को उठाया जाता है।
जानकारी
फिल्म का नाम कैसे पड़ा 'जलीकट्टू' और क्या रहा विवाद?
फिल्म का नाम 'जलीकट्टू' तमिलनाडु में खेले जाने वाले परंपरागत खेल पर आधारित है।
इस खेल को पोंगल के अवसर पर खेला जाता है। इसमें बैलों और इंसानों के बीच लड़ाई होती है और दर्शक अपना मनोरंजन करते हैं।
2014 में सुप्रीम कोर्ट ने जानवरों के साथ हिंसा के मद्देनजर इस खेल पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि, बाद में सरकार ने अध्यादेश लाकर इस खेल को अनुमति दे दी।