वायनाड: राहुल गांधी के कार्यालय में महात्मा गांधी की तस्वीर तोड़ने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता गिरफ्तार
क्या है खबर?
केरल के वायनाड स्थित कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के कार्यालय में लगी महात्मा गांधी की तस्वीर को तोड़ने के लिए कांग्रेस के ही चार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।
कांग्रेस ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) की छात्र इकाई स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के सदस्यों पर इस तस्वीर को तोड़ने का आरोप लगाया था, लेकिन अब मामले में उसके ही कार्यकर्ताओं का गिरफ्तार होना उसके लिए एक असहज स्थिति पैदा करता है।
पृष्ठभूमि
क्या है पूरा मामला?
24 जून को SFI के सदस्यों ने राहुल गांधी के वायनाड कार्यालय में अंदर घुसकर तोड़फोड़ की थी। इस हंगामे के बाद कार्यालय की दीवार पर लगी महात्मा गांधी की तस्वीर को भी टूटी अवस्था में नीचे जमीन पर पाया गया।
कांग्रेस ने SFI पर तस्वीर को तोड़ने का आरोप लगाया था, वहीं CPM शुरू से ही कहती रही कि ऐसा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया है।
अब कांग्रेस कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी से इसकी पुष्टि भी हो गई है।
जानकारी
गिरफ्तार कार्यकर्ताओं में राहुल का सहायक भी शामिल
गिरफ्तार किए गए कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पहचान वी नौशाद, केए मुजीब, एसआर राहुल और केआर रतीश कुमार के तौर पर हुई है। रतीश राहुल गांधी का कार्यालय सहायक है। कांग्रेस ने इन गिरफ्तारियों को राजनीति से प्रेरित बताया है।
दावा
मुख्यमंत्री ने भी कही थी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के तस्वीर तोड़ने की बात
गौरतलब है कि खुद केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने 2 जुलाई को विधानसभा को जानकारी देते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर महात्मा गांधी की तस्वीर तोड़ने का आरोप लगाया था।
उनके अनुसार, पुलिस ने राहुल के कार्यालय में घुसने वाले सभी SFI कार्यकर्ताओं को 3:54 बजे के आसपास बाहर कर दिया था।
उन्होंने कहा कि इस समय जब पुलिस ने घटनास्थल की तस्वीर खींची थी तो इसमें महात्मा गांधी की तस्वीर दीवार पर ही लटकी हुई थी।
आरोप
बाद में ली गई तस्वीर में जमीन पर टूटी हुई मिली गांधी जी की तस्वीर- विजयन
मुख्यमंत्री विजयन के अनुसार, SFI कार्यकर्ताओं को हटाने के बाद कार्यालय के अंदर महज कांग्रेस के कार्यकर्ता रह गए थे और शाम को जब पुलिस फोटोग्राफर ने दोबारा घटनास्थल की तस्वीर ली तो इसमें महात्मा गांधी की तस्वीर टूटी अवस्था में जमीन पर पड़ी हुई थी।
CPM का आरोप है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ही तस्वीर को तोड़ा था। वहीं कांग्रेस मामले पर सवालों का जवाब देने से बचती रही है।
केरल की राजनीति
केरल में कांग्रेस और CPM दो सबसे प्रमुख पार्टी
बता दें कि केरल में कांग्रेस और CPM दो सबसे प्रमुख पार्टियां हैं और यहां इनके गठबंधनों में ही मुकाबला होता है।
CPM के नेतृत्व वाला लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) और कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) 1980 के दशक से ही यहां बारी-बारी से सरकार बना रहे थे, हालांकि 2021 विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार सत्ता में आकर LDF ने इस क्रम को तोड़ दिया।
2019 लोकसभा चुनाव में यहां UDF का पलड़ा भारी रहा था।