UGC NET: इतिहास विषय से इस परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) का आयोजन साल में 2 बार होता है। इसमें कई अभ्यर्थी मुख्य विषय के रूप में इतिहास को चुनते हैं। इस विषय से UGC NET की परीक्षा पास करना कठिन माना जाता है। इतिहास में कई सारे तथ्य होते हैं, जिन्हें याद करना मुश्किल होता है, लेकिन अगर अभ्यर्थी सही रणनीति अपनाएं तो पढ़ना आसान हो सकता है। आइए UGC NET के लिए इतिहास की तैयारी के खास टिप्स जानते हैं।
इतिहास का पाठ्यक्रम क्या है?
UGC NET के लिए इतिहास के पाठ्यक्रम को 10 खंडों में बांटा गया है। इनमें सिंधु हडप्पा सभ्यता, वैदिक युग, राज्य से साम्राज्य तक का सफर, क्षेत्रीय राज्यों का उद्भव, कृषि अर्थव्यवस्था, शहरीकरण, धर्म, समाज और शिक्षा आदि शामिल हैं। पाठ्यक्रम में राजनीतिक घटनाएं, मुगल साम्राज्य नींव, मराठों का उत्थान, प्रशासन, उद्योग, व्यापार, दिल्ली सल्तनत, भक्ति आंदोलन, सूफी, संत, उपनिवेशीय अर्थव्यवस्था, जनजाति, किसान आंदोलन, भारतीय राष्ट्रवाद, वामपंथी आंदोलन, दलित आंदोलन, नई शिक्षा नीति और स्वतंत्रता आदि टॉपिक भी शामिल हैं।
इन मुद्दों पर दें ध्यान
उम्मीदवार इतिहास के पाठ्यक्रम में से कुछ खंड़ों और क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दें। राष्ट्रीय आंदोलन, प्रमुख शासक और उनके कार्यकाल की प्रमुख घटनाएं याद कर लें। इसके अलावा सिंधु हडप्पा सभ्यता, प्रारंभिक मध्यकालीन भारत की विशेषताएं, शिक्षा और शैक्षिक संस्थान, धर्म, मंदिर, मध्यकालीन भारतीय इतिहास का स्त्रोत, भारत में राष्ट्रवाद का उदय, आजादी के बाद भारत, ऐतिहासिक विधियां, गुप्तकाल और भारतीय समाज के बारे में अच्छे से पढ़ें। ये टॉपिक महत्वपूर्ण हैं और परीक्षा में स्कोरिंग बन सकते हैं।
कौन-सी किताब पढ़ें?
UGC NET की परीक्षा दे रहे अभ्यर्थियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है, सही अध्ययन सामग्री का चुनाव करना। इतिहास पढ़ने के लिए उम्मीदवार कृष्णा रेड्डी की भारतीय इतिहास, आरएस शर्मा की भारत का प्राचीन अतीत, अल बाशन की द वंडर दैट वॉज़ इंदिया, बिपन चंद्रा की आधुनिक भारत का इतिहास, उपिंदर सिंह की प्राचीन और प्रारंभिक मध्यकालीन भारत का इतिहास, बीएल ग्रोवर की आधुनिक भारत का इतिहास नामक किताब का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इतिहास याद करने के लिए रिवीजन है सबसे ज्यादा जरूरी
इतिहास में बहुत सारी अलग-अलग जानकारियां होती हैं, इन्हें याद करने में रिवीजन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। रिवीजन न करने से परीक्षा में जानकारियां याद नहीं आ पातीं, इसलिए उम्मीदवार प्रतिदिन की अध्ययन सूची में शामिल करके रिवीजन जरूर करें। इतिहास की पढ़ाई में बोरियत से बचने के लिए ग्रुप स्टडी करें। आप अपने दोस्तों को टॉपिक समझाने की कोशिश करें। समझाने से आपका रिवीजन हो जाएगा। कठिन जानकारियों को लिख-लिख कर याद करें और उनका रिवीजन करें।
सही समय पर शुरू कर दें तैयारी
इतिहास का पाठ्यक्रम बड़ा है, जिसे पूरा करने में समय लगता है, इसलिए उम्मीदवार परीक्षा के आने का इंतजार न करें। उम्मीदवार परीक्षा के कम से कम 10 महीने पहले से तैयारी शुरू कर दें। जो छात्र पहले से ही तैयारी शुरू कर देते हैं, उनके पास पढ़ने के लिए ज्यादा समय होता है। इसके साथ ही पिछले सालों के प्रश्नपत्रों को हल करें। पाठ्यक्रम पूरा हो जाने के बाद मॉक टेस्ट का अभ्यास करें।
नोट्स और फ्लैश कार्ड बनाएं
इतिहास नामों और तारीखों से भरा है और इन जानकारियों में छात्र भ्रमित हो जाते हैं। बेहतर रहेगा कि आप हर काल के लिए अलग-अलग नोट्स बनाएं। अपनी समझ के आधार पर नोट्स तैयार करने से आपको किसी भी समय इतिहास के आवश्यक पहलुओं को आसानी से दोहराने में मदद मिलेगी। राजाओं और अलग-अलग काल की जानकारियों को याद रखने के लिए फ्लैश कार्ड बनाएं। इसे स्टडी टेबल के पास चिपका लें। इससे याद करने में मदद मिलेगी।