कैंपस सेलेक्शन में मारनी है बाजी, तो इन बातों का ध्यान रखें
क्या है खबर?
कैंपस सेलेक्शन का समय उच्च शिक्षण संस्थानों के छात्रों के लिए सबसे जरूरी होता है और छात्र पढाई ख़त्म होने से पहले ही नौकरी पाने के लिए अलग से तैयारी भी करते हैं।
जैसा कि आप सभी को पता होगा कि अब कैंपस सेलेक्शन का समय आ गया है और छात्र अच्छी नौकरी पाने के लिए तैयारी में जुट गए हैं।
आइए जानते हैं कैंपस सेलेक्शन के लिए कैसे तैयारी करनी चाहिए जिससे आप अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन कर सकें।
इंटरपर्सनल स्किल
सबसे पहले सुधारें अपना पारस्परिक कौशल
अच्छी कम्युनिकेशन स्किल का होना उतना ही जरूरी है जितना कि अच्छे ग्रेड्स का होना।
कई छात्र सोचते हैं कि अच्छे ग्रेड्स का होना एक अच्छी नौकरी पाने के लिए पर्याप्त है, लेकिन अच्छी कम्युनिकेशन स्किल न होने के कारण कई बार अच्छी कंपनियों के अॉफर आपके हाथ सेे निकल जाते हैं।
कोई भी कंपनी अच्छे स्कोर के साथ कम्युनिकेशन स्किल भी देखती हैं। अपनी इंटरपर्सनल स्किल को सुधारने के लिए बहस या कॉलेज की अन्य गतिविधियों में भाग लें।
बायोडाटा
बनाएं एक अच्छा रिज़्यूमे
एक बार जब आप अपने पारस्परिक कौशल को सुधार लेते हैं और जानते हैं कि आप कौन सी नौकरी चाहते हैं तो अब बारी आती है आपके रिज़्यूमे की।
एक अच्छा रिज़्यूमे ऐसा होना चाहिए जो आपके बारे में साफ-साफ बताए। रिज़्यूमे आपसे पहले आपके बारे में सब कुछ बताता है तो जरूरी है कि वो अच्छी छाप छोड़े।
रिज़्यूमे में जितना संभव हो उतने शब्दों में अपने काम और अनुभव को बताएं, साथ ही बुनियादी जानकारी दें।
कपड़े
सही ड्रेस पहने
जब भी आप किसी अनजान इंसान के सामने जाते हैं तो जरूरी है कि आप ऐसे बनकर जाएं कि वो आपको पंसद करें। आप सोच रहे होंगे कि नौकरी के लिए पसंद आने की या अच्छ कपड़ो की क्या जरूरत है?
किसी भी व्यक्ति की पहचान उसके पहनावे से होती है। अगर आपका पहनावा सही होगा तो आपकी एक अलग ही पहचान बनती है। कहते हैं न 'जैसा देश, वैसा भेष।'
इसलिए अच्छे से तैयार होकर अपने को पेश करें।
आत्मविश्वास
बनाएं रखें आत्मविश्वास
जब आप सब कुछ कर लेते हैं और एक साक्षात्कार के लिए तैयार होते हैं तो आपके लिए अब एक आखिरी और सबसे जरूरी काम रह जाता है अपने आत्मविश्वास को बनाए रखना।
कई बार ऐसा होता है कि आपको सब आता है और आपमें वो सारे गुण होते हैं जो आपको कैंपस सेलेक्शन दिला सकते हैं, लेकिन आपके कम आत्मविश्वास के कारण आप वो मौका खो देते हैं।
चाहे कम ही बताएं पर जितना बताएं आत्मविश्वास के साथ बताएं।