23 बार फेल होने के बाद शख्स ने हासिल की MSc की डिग्री, प्रेरणादायक है कहानी
'कड़ी मेहनत कभी थकान नहीं लाती, वो संतोष लाती है।' ये पंक्तियां मध्य प्रदेश के जबलपुर के रहने वाले राजकरन बरुआ पर सटीक बैठती हैं। राजकरन ने अपनी आधी जिंदगी MSc की डिग्री हासिल करने में गुजार दी। वो लगातार 23 बार परीक्षा में शामिल हुए और 56 साल की उम्र में सफलता पाई। सालों तक की गई मेहनत के बाद जब डिग्री मिली तो उनके चेहरे पर संतोष दिखा। आइए उनकी प्रेरणादायक कहानी जानते हैं।
सपने को पूरा करने में लगा दिए 25 साल
राजकरन ने साल 1997 में पहली बार MSc की परीक्षा दी, लेकिन वो इसमें फेल हो गए। इसके बाद वो हर साल परीक्षा देते रहे, लगातार 10 सालों तक 5 में से केवल 1 ही विषय में पास हो पाए, लेकिन लगातार मिलती असफलताएं उनका जज्बा नहीं तोड़ पाईं। साल 2020 में उन्होंने फर्स्ट ईयर और 2021 में सेकंड ईयर की परीक्षा पास की। MSc डिग्री मिलने के बाद वो खुशी से झूम उठे थे।
मैंने अपने सपने से शादी की- राजकरन
राजकरन ने बताया कि लगातार फेल होने के बाद उन्हें लोगों के ताने सुनने पड़े, उन्होंने कई परेशानियों का सामना किया। उनके पास न घर है, न उन्होंने शादी की। उन्होंने कहा, "मुझसे शादी कौन करता, मैंने अपने सपने से शादी की। मैं बस यही चाहता था कि गणित में स्नातकोत्तर कहलाऊं।" राजकरन ने हर बार फेल होने पर खुद को मजबूत किया और अपने सपने को पूरा कर दिखाया। आज राजकरन लाखों छात्रों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गए हैं।
कहां से आया गणित में MSc करने का जूनून?
राजकरन बताते हैं कि 1996 में उन्होंने MA की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद वो एक स्कूल गए, उन्होंने वहां बच्चों को गणित पढ़ाया। उनके गणित पढ़ाने के तरीके की शिक्षकों ने तारीफ की। इसके बाद उन्हें गणित मेंW स्नातकोत्तर करने का विचार आया। उन्होंने 1996 में जबलपुर के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में गणित में Msc के लिए आवेदन किया। राजकरन ने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि ये 25 वर्षीय तपस्या की शुरुआत होगी।
5,000 रुपये प्रतिमाह की नौकरी करते हैं राजकरन
राजकरन सुरक्षा गार्ड के रूप में नौकरी करते हैं। उन्हें इसके लिए 5,000 रुपये प्रति माह मिलते हैं। उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया (TOI) को बताया, "मैं मुश्किल से अपना खर्च चला पाता हूं, मैंने पिछले 25 सालों में गणित से MSc की डिग्री हासिल करने के लिए 2 लाख रुपये खर्च किए हैं। मैं बस ये चाहता था कि कैसे भी करके इसे पास कर सकूं। इसके लिए मैंने कई बार डबल शिफ्ट भी की।"