UPSC 2024 की तैयारी कर रहे हैं? ऐसे करें सही वैकल्पिक विषय का चुनाव
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा मुख्य परीक्षा (CSE) में सामान्य अध्ययन विषयों के साथ वैकल्पिक विषय की भी परीक्षा होती है। वैकल्पिक विषय की परीक्षा में प्राप्त अंक उम्मीदवारों के अंतिम स्कोर को प्रभावित करते हैं। ऐसे में वैकल्पिक विषय का सावधानी से चुनाव जरूरी है। आइए जानते हैं कि UPSC 2024 की तैयारी कर रहे तो अभ्यर्थियों को वैकल्पिक विषय का चुनाव करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
अपनी रुचि को प्राथमिकता दें
कई बार उम्मीदवार रुचि न होने के बावजूद भी लोकप्रिय विषयों का चुनाव कर लेते हैं और ये निर्णय उनपर भारी पड़ता है। उम्मीदवार वैकल्पिक विषय को चुनते समय अपनी रुचि को भी प्राथमिकता दें। ऐसा विषय चुनें, जिसमें वास्तव में आपकी रुचि हो और जो आपके कौशल से मेल खाता हो। उम्मीदवार ऐसे विषय का चुनाव कर सकते हैं, जिसे उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई के दौरान पढ़ा हो। इससे अच्छे अंक प्राप्त करने में मदद मिलती है।
पाठ्यक्रम और अध्ययन सामग्री पर ध्यान दें
किसी भी विषय को चुनने से पहले उसका पाठ्यक्रम अच्छी तरह समझें। पिछले साल के प्रश्नपत्रों से परीक्षा प्रारूप का विश्लेषण करें। उम्मीदवार पाठ्यक्रम में दिए गए अनुभागों का महत्व और अंकन योजना के बारे में समझें। ऐसा विषय चुनें, जिसकी तैयारी के लिए पर्याप्त मात्रा में अध्ययन सामग्री और कोचिंग सुविधा उपलब्ध हो। ऐसे विषय का चुनाव न करें जिसका पाठ्यक्रम बहुत ज्यादा बड़ा हो, इससे आप अन्य विषयों पर ध्यान नहीं दे पाएंगे।
सामान्य अध्ययन के विषयों से जुड़ाव देखें
उम्मीदवार ऐसे विषय का चुनाव करें, जो सामान्य अध्ययन के पाठ्यक्रम के साथ मिलता-जुलता हो और ओवरलैप करता हो। ये तैयारी के समय को बचाता है और छात्र सामान्य अध्ययन और वैकल्पिक विषय की पढ़ाई के बीच सामांजस्य बना पाते हैं। आमतौर पर गणित, मनोविज्ञान और इंजीनियरिंग वैकल्पिक विषय सामान्य अध्ययन के पाठ्यक्रम से बिल्कुल अलग होते है। ऐसे में उम्मीदवार इतिहास, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, भूगोल, समाजशास्त्र, लोक प्रशासन जैसे विषयों का चुनाव कर सकते हैं।
प्रतिस्पर्धा देखें
सिविल सेवा परीक्षा में लोकप्रिय विषय भलीभांति परिभाषित होते हैं और इनमें बहुत सीमित पाठ्यक्रम होता है। इस कारण अधिक उम्मीदवार इन विषयों का चुनाव कर लेते हैं। इससे उम्मीदवारों में प्रतिस्पर्धा बढ़ा जाती है और उम्मीदवार के कटऑफ को पार करने के अवसर कम हो जाते हैं। ऐसे में उम्मीदवार प्रतिस्पर्धा का स्तर देखते हुए ही विषय का चुनाव करें। अगर आप तकनीकी/मेडिकल पृष्ठभूमि से हैं तो इससे संबंधित विषय विषय चुनें, इनमें प्रतिस्पर्धा कम होती है।
भाषा कौशल पर गौर करें
अगर आप किसी विशिष्ट भाषा में पारंगत हैं, तो समझ और अभिव्यक्ति बढ़ाने के लिए उस भाषा के वैकल्पिक विषय का चुनाव कर सकते हैं। भाषाओं वाले वैकल्पिक विषय का पाठ्यक्रम सरल होता है। अधिकांश हिंदी माध्यम के छात्र हिंदी साहित्य और अंग्रेजी माध्यम के छात्र अंग्रेजी साहित्य विषय का चुनाव करते हैं। इसके अलावा उम्मीदवार मूल्यवान मार्गदर्शन के लिए शिक्षकों, सफल उम्मीदवारों या कोचिंग संस्थानों से मदद ले सकते हैं।