MBBS में असफल छात्रों के लिए सुनहरा मौका, ऑप्टोमेट्रिस्ट के रूप में बनाएं करियर
ऑप्टोमेट्री एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें करियर की अपार संभावनाएं हैं। ऑप्टोमेट्रिस्ट आंखों से संबंधित सामान्य बीमारियों का निदान और उपचार करता है। कोर्स पूरा करने के बाद ऑप्टोमेट्रिस्ट को लाइसेंस दिया जाता है, जिसके बाद युवा अस्पताल या क्लिनिक में अपनी सेवाएं दे सकते हैं। जो छात्र मेडिकल प्रतियोगी परीक्षा में असफल हो जाते हैं, उनके लिए ऑप्टोमेट्रिस्ट का कोर्स 12वीं के बाद अच्छा करियर विकल्प है। आइए जानते हैं 12वीं के बाद ऑप्टोमेट्रिस्ट कैसे बनें।
ऑप्टोमेट्रिस्ट के क्या काम होते हैं?
ऑप्टोमेट्रिस्ट मुख्य तौर पर आंखों की देखरेख के बारे में बताते हैं। कोर्स करने के बाद आपको आंखों के चश्मे के बारे में जानकारी और चश्मे का नंबर देना होगा। लोगों की आंखों संबंधित दिक्कतों, कांटेक्ट लैंस के लिए सलाह देना, आंखों के इन्फेक्शन, कलर ब्लाइंडनेस का इलाज करना होगा। आंखों के परीक्षण के साथ-साथ काउंसलिंग करना होगा। अस्पतालों या फिर क्लीनिक में ऑफ्थैल्मोलॉजिस्ट (आंखों की सर्जरी के डॉक्टर) के सहायक के रूप में काम करना होगा।
किस कॉलेज से करें पढ़ाई?
ऑप्टोमेट्री कोर्स करने के लिए अच्छे कॉलेज में दाखिला लेना अनिवार्य है। उम्मीदवार ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (नई दिल्ली), SRM इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (चेन्नई), क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (वेल्लोर), अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अमेठी यूनिवर्सिटी और जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पांडिचेरी) में दाखिला ले सकते हैं। इसके अलावा JSS मेडिकल कॉलेज (मैसूर), केरल स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (त्रिशूर), शारदा विश्वविद्यालय (ग्रेटर नोएडा), ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (ऋषिकेश) भी प्रमुख संस्थानों में शामिल हैं।
कौनसा कोर्स करें?
आप्टोमेट्रिस्ट बनने के लिए स्नातक में BSc ऑप्टोमेट्री या BOptom कोर्स करना होगा, इसकी अवधि 3-4 साल रहेगी। मास्टर डिग्री के रूप में ऑप्टोमेट्री का 2 वर्षीय कोर्स कर सकते हैं, इसके बाद 1 वर्ष की इंटर्नशिप करना अनिवार्य है। इस कोर्स में सामान्य फिजियोलॉजी और ऑक्यूलर फिजियोलॉजी, हॉस्पिटल प्रोसीजर, लो विजन, ज्योमेट्रिकल ऑप्टिक्स, न्यूट्रिशन जैसे विषय पढ़ाए जाएंगे। इसके अलावा आप डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं, ऑप्टोमेट्री में सर्टिफिकेट कोर्स, रेटिनोस्कोपी कोर्स शामिल हैं।
कितना मिलता है वेतन?
ऑप्टोमेट्री क्षेत्र में करियर की अपार संभावनाएं हैं। कोर्स करने के बाद शुरुआत में लगभग 4 से 8 लाख रुपये सलाना कमा सकते हैं। अनुभव बढ़ने के साथ वेतन लाखों में हो जाता है। बढ़ते आधुनिकीकरण के चलते इस क्षेत्र में स्कोप बढ़ता जा रहा है। कॉन्टैक्ट लेंस, ऑप्टिशियन शोरूम और नेत्र देखभाल जैसी कंपनियों के साथ जुड़कर भी काम सकते हैं। आप्टोमेट्रिस्ट बनकर आप खुद का भी अस्पताल और क्लीनिक भी शुरू कर सकते हैं।
क्या योग्यता जरूरी हैं?
ऑप्टोमेट्री कोर्स करने के लिए 50 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं में विज्ञान से उत्तीर्ण होना आवश्यक है। ऑप्टोमेट्री कोर्स में प्रवेश पाने के लिए BVP EYECET, JNUEE, AIIMS PG, NEET, UCAT, AMUEE जैसी प्रवेश परीक्षाओं में शामिल होना होगा।