12वीं के बाद एस्ट्रोफिजिसिस्ट के रूप में बनाएं करियर, लाखों में होगी कमाई
अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में लगातार विस्तार हो रहा है। ऐसे में युवाओं का रूझान इस तरफ काफी बढ़ गया है। जो छात्र 12वीं के बाद इस क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए एस्ट्रोफिजिसिस्ट एक बेहतरीन विकल्प साबित होगा। ये क्षेत्र अकाशगंगा, तारों, आकाशीय पिंडों की सरंचना और व्यवहार के अध्ययन से जुड़ा है। आइए जानते हैं कि इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए कौनसा कोर्स करें और किस संस्थान से पढ़ाई करें।
क्या काम करते हैं एस्ट्रोफिजिसिस्ट?
एस्ट्रोफिजिक्स (खगोल भौतिकी) विज्ञान की एक शाखा है, जो अंतरिक्ष, ब्रह्मांड विज्ञान और खगोल विज्ञान से संबंधित हैं। ब्रह्मांड का अध्ययन करने वाले एस्ट्रोफिजिसिस्ट होते हैं। इनका काम ये पता लगाना है कि ब्राह्मांड कैसे काम करता है और हम इसमें क्या भूमिका निभाते हैं। नासा और ISRO जैसे संस्थान एस्ट्रोफिजिसिस्ट की नियुक्ति करते हैं। ये एस्ट्रोफिजिसिस्ट ब्रह्मांड के विकास, इसकी कार्यप्रणाली और अन्य ग्रहों पर जीवन की उपस्थिति की खोज करते हैं।
कौनसा कोर्स करें?
अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़े क्षेत्र में करियर बनाने के लिए विज्ञान संकाय से 12वीं पास होना जरूरी है। उम्मीदवार खगोल भौतिकी में बैचलर ऑफ साइंस (BSc) कर सकते हैं। इसमें ब्रह्मांड विज्ञान, आकाशगंगा विकास, तारकीय संरचना के बारे में सिखाया जाएगा। किसी भी ब्रांच से इंजीनियरिंग या बेसिक साइंस में स्नातक करने के बाद भी उम्मीदवार खगोल भौतिकी में स्नातकोत्तर डिग्री के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद PhD का विकल्प भी मौजूद है।
किस संस्थान से करें पढ़ाई?
उम्मीदवार अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय, आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान अनुसंधान संस्थान, बैंगलोर विश्वविद्यालय, बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कोचीन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), महात्मा गांधी विश्वविद्यालय, आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान अनुसंधान संस्थान में दाखिला ले सकते हैं।
खगोल भौतिकी में करियर विकल्प
देशभर में खगोल भौतिकी के क्षेत्र में सफल करियर के असंख्य अवसर मौजूद हैं। कोर्स पूरा करने के बाद नैनीताल इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, IISER पुणे आदि संस्थानों में नौकरी कर सकते हैं। ISRO अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में विशेषज्ञों की भर्ती करने वाले शीर्ष संस्थानों में से एक है। उम्मीदवार एस्ट्रोफिजिसिस्ट, ऑब्जर्वेशनल एस्ट्रोनॉमर, टेक्नीशियन, विज्ञान शिक्षक, लेक्चरर, स्पेस साइंटिस्ट जैसे कई पदों पर काम किया जा सकता है।
कितना मिलेगा वेतन?
इस क्षेत्र में डिग्री हासिल करने के बाद बहुत अच्छा वेतन मिलता है। शुरुआत में आसानी से 45,000 से 1,50,000 रुपये प्रति माह तक वेतन मिल सकता है। बढ़ते अनुभव के साथ वेतन 4,00,000 से 5,00,000 रुपये प्रति माह तक पहुंच सकता है।