ये हैं टॉप पांच महिला IAS ऑफिसर, जानें इनके बारे में
भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) देश की सबसे प्रतिष्ठित और मांगी जाने वाली सिविल सेवा है। IAS में शामिल होना कई लोगों के लिए सपना होता है, लेकिन एक IAS अधिकारी बनना कठिन है और इसके लिए बहुत प्रतिबद्धता की जरूरत है। हालांकि IAS में तुलनात्मक रूप से कम महिलाएं हैं, लेकिन कुछ महिला अपने समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ सिविल सेवाओं के उम्मीदवारों को प्रेरित करती हैं। यहां हमने ऐसी ही पांच महिला IAS अधिकारियों के बारे में बताया है।
अरुणा सुंदरराजन हैं सबसे वरिष्ठ महिला IAS अधिकारियों में से एक
1982 बैच की IAS अधिकारी अरुणा सुंदरराजन सबसे वरिष्ठ सिविल सेवकों में से एक हैं। सन 1998 में उन्होंने केरल के IT विभाग की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। केरल के संस्थापक IT सचिव के रूप में सुंदरराजन ने अक्षय ई-साक्षरता परियोजना शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्हें फोर्ब्स पत्रिका द्वारा भी सम्मानित किया गया। जिसने उन्हें एक ऐसा IAS अधिकारी के रूप में बताया गया, जो एक व्यवसायी की तरह सोचता है।
पूनम हैं सबसे ईमानदार IAS अधिकारियों में से एक
पूनम मालकोंडाइआह (Poonam Malakondaiah) आंध्र प्रदेश की 1988 बैच की एक और वरिष्ठ IAS अधिकारी हैं। वह एक समर्पित और ईमानदार अधिकारी के रूप में जानी जाती है। भ्रष्टाचार के विरोध के कारण उन्हें कई बार स्थानांतरित किया गया है। कई बार स्थानांतरित होने के बावजूद, वह भ्रष्ट राजनेताओं और व्यापारियों के खिलाफ लड़ना जारी रखती हैं। वह वर्तमान में आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की प्रधान सचिव हैं।
दुर्गा शक्ति नागपाल हैं अच्छी IAS अधिकारी
दुर्गा शक्ति नागपाल 2010 बैच की IAS अधिकारी हैं, जो भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए भी जानी जाती हैं। सन 2011 में उन्होंने मोहाली में एक भूमि घोटाला उजागर किया था। सन 2012 में उत्तर प्रदेश में नोएडा सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट के रूप में जाने के बाद उन्होंने यमुना और हिंडन नदी के किनारों पर अवैध रेत खनन पर नकेल कस दी थी। वह वर्तमान में केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के विशेष ड्यूटी पर अधिकारी हैं।
CM कार्यालय में नियुक्त होने वाला सबसे युवा IAS अधिकारी
तेलंगाना कैडर की 2001 बैच की IAS अधिकारी स्मिता सभरवाल एक और गतिशील महिला अधिकारी हैं। वह जिला कलेक्टर होने के समय वारंगल में "फंड योर सिटी" पहल शुरू करने और करीमनगर की शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा सिनेरियो को बदलने के लिए जानी जाती हैं। इतना ही नहीं सभरवाल एक मुख्यमंत्री कार्यालय में नियुक्त होने वाली सबसे युवा IAS अधिकारी हैं। वह तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय की अतिरिक्त सचिव हैं।
इरा सिंघल भी है एक जाबाज IAS अधिकारी
इरा सिंघल 2015 बैच की IAS अधिकारी और UPSC सिविल सेवा परीक्षा में टॉप करने वाली पहली विकलांग (differently-abled) महिला हैं। वह वर्तमान में केशवपुरम जोन (नॉर्थ MCD), दिल्ली की डिप्टी कमिश्नर हैं। सिंघल सिविल सेवा में अधिक अलग-थलग और ट्रांसजेंडर उम्मीदवारों को लाने के लिए भी काम कर रही हैं। CSE-2010 पास करने के बावजूद रीढ़ की हड्डी संबंधी विकार के कारण उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी गई थी, लेकिन उसने हार नहीं मानी और CSE-2014 में टॉप किया।