CBSE Exam 2019: इस बार किए गए कई महत्वपूर्ण बदलाव, यहां से जानें
2018-19 के लिए 10वीं और 12वीं की CBSE बोर्ड की परीक्षाएं इस साल फरवरी के मध्य से होने जा रही हैं। हालांकि CBSE, 10वीं और 12वीं के लिए परीक्षा पैटर्न और शिक्षा प्रणाली में कई बदलाव कर रहा है। इस साल बोर्ड परीक्षाओं का पहले आयोजन करने से लेकर परीक्षा परिणामों को जारी करने के लिए पैटर्न में बदलाव के सहित, CBSE द्वारा कुछ और महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। आइए जानें और कौन से महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं।
बोर्ड परीक्षा का आयोजन जल्दी करना और परिणाम जारी करना
इस साल CBSE, मध्य फरवरी से ही 10वीं और 12वीं के लिए बोर्ड परीक्षा आयोजित करने जा रहा है। फरवरी, 2019 में व्यावसायिक पाठ्यक्रम (Vocational Courses) और मार्च में मुख्य विषयों की परीक्षा होंगी। इससे पहले, परीक्षाएं आमतौर पर 1 मार्च से शुरू होती थीं। CBSE का उद्देश्य बोर्ड परीक्षा प्रक्रिया को समय से पूरा करना और परिणाम जल्दी जारी करना है। परिणाम अप्रैल के आखिरी सप्ताह या मई की शुरुआत तक आने की उम्मीद की जा रही है।
छात्रों के पास हैं अधिक आंतरिक विकल्प
इसके अलावा, एक अन्य महत्वपूर्ण बदलाव किया हैं जिसमें CBSE ने आगामी 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए छात्रों को प्रदान किए जाने वाली आंतरिक पसंद के संदर्भ में प्रश्न पत्रों के प्रारूप को भी संशोधित किया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2019 बोर्ड परीक्षा के लिए जारी किए गए 10वीं और 12वीं के नमूना पत्रों के अनुसार, लगभग सभी विषयों के लिए आंतरिक पसंद प्रश्नों की संख्या 33% बढ़ गई है।
12वीं के अंग्रेजी के पेपर में हुए बड़े बदलाव
CBSE 2019 के लिए 12वीं अंग्रेजी के पेपर में बदलाव शुरू कर रहा है। अब सेक्शन-ए (रीडिंग) में तीन के बजाय दो पैसेज होंगे। जहां एक पैसेज में 5 MCQ, 9 बहुत ही लघु-उत्तर-प्रकार प्रश्न और 3 लघु-उत्तर-प्रकार प्रश्न होंगे। वहीं दूसरे पैसेज में दो दीर्घ उत्तरीय प्रकार के प्रश्न होंगे। सेक्शन-ए जो 30 नंबर के लिए होता है उसमें अब 24 के बजाय 19 प्रश्न होंगे। पेपर में प्रश्नों की संख्या 40 से घटाकर 35 कर दी गई थी।
2020 तक बदलेगा पेपर का पैटर्न
CBSE, 2020 तक 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र पैटर्न को संशोधित करने की योजना बना रहा है ताकि छात्रों की विश्लेषणात्मक क्षमताओं का परीक्षण किया जा सके, साथ ही साथ रट्टा मारकर सीखने के तरीके को भी कम किया जा सके। प्रश्न, छात्रों की समस्या-समाधान और महत्वपूर्ण सोच क्षमताओं पर ध्यान केंद्रित करेंगे और वास्तविक शिक्षण परिणामों का परीक्षण करेंगे। प्रश्न पत्रों में अधिक लघु-उत्तर प्रकार के प्रश्न एक से पांच नंबर के होंगे।
12वीं कंप्यूटर साइंस के पेपर में होगी पाइथन भाषा और C++
साथ ही CBSE 2019 में 12वीं कंप्यूटर साइंस परीक्षा के लिए पाइथन भाषा शुरू करने जा रहा है। छात्रों के पास C++ या पाइथन पर प्रश्नों के उत्तर देने का विकल्प होगा। CBSE ने हाल ही में कहा कि पाइथन को वैकल्पिक रखा गया है।