परफ्यूम उद्योग में हैं रोजगार की अपार संभावनाएं, जानें इस क्षेत्र में कैसे बनाएं करियर
लोग परफ्यूम लगाने के बाद खुद को अधिक आत्मविश्वास से भरा महसूस करते हैं। इसके अलावा परफ्यूम या इत्र लगाने से सेहत को भी कई प्रकार के फायदे होते हैं। आधुनिक युग में परफ्यूम का इस्तेमाल करने वालों की संख्या बढ़ रही है, ऐसे में इस उद्योग में काम करने वाले लोगों की मांग बढ़ रही है। अगर आपको भी इस क्षेत्र में करियर बनाना है तो आप नीचे बताई गई चीजें एक बार जरूर जान लें।
परफ्यूमर्स कौन होते हैं?
अगर आपको गंध की गहरी समझ है और सुगंध की संगति में रहना पसंद है तो परफ्यूमर या फ्रेग्रेन्स केमिस्ट बनना आपके लिए सही करियर विकल्प हो सकता है। परफ्यूम के कॉम्पोजिशन (संयोजन) और उसकी फ्लेवरिंग को तैयार करने वाले जानकारों को परफ्यूमर कहा जाता है। फ्रेग्रेंस प्रोडक्शन में इनकी भूमिका बेहद अहम होती है। ये परफ्यूम में इस्तेमाल किए जाने वाले पदार्थों के गुणों और प्रभावों को समझकर नए एरोमा फॉर्मूला तैयार करते हैं।
शैक्षणिक योग्यता क्या होनी चाहिए?
इस उद्योग में करियर बनाने के लिए आपका कक्षा 12 पास (रसायन विज्ञान के साथ) होना जरूरी है। इसके बाद आप चाहें तो आगे ग्रेजुएशन में भी रसायन विज्ञान से BSc कर सकते हैं। इसके अलावा आप परफ्यूमरी एंड फ्लेवर्स टेक्नोलॉजी में मास्टर्स, टेक्नोलॉजी डवलपमेंट प्रोग्राम इन एरोमा मैनेजमेंट, एरोमा टेक्नोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएशन या परफ्यूमरी एंड कॉस्मेटिक मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा भी कर सकते हैं।
इस क्षेत्र में किन पदों पर काम कर सकते हैं?
आप इस क्षेत्र में अपने करियर की शुरूआत एक ब्यूटी कंसल्टेंट के तौर पर कर सकते हैं। इसमें आपको ग्राहकों की पसंद के अनुसार अलग-अलग सुगंध के परफ्यूम दिखाने होंगे। फ्रेग्रेंस केमिस्ट के तौर पर आपको प्रोडक्ट की फ्रेग्रेंस में इस्तेमाल किए जाने वाले पदार्थों की केमिकल टेस्टिंग करनी होगी, ताकि उनकी गुणात्मक और मात्रात्मक व्याख्या की जा सके। आप बड़े-बड़े परफ्यूम हाउसेज या कंपनीज के क्रिएटिव, एप्लिकेशन और इवेल्यूएशन डिपार्टमेंट में भी काम कर सकते हैं।
भारत के इन प्रमुख संस्थानों से कर सकते हैं पढ़ाई
परफ्यूमरी की पढ़ाई के लिए आप मुंबई यूनिवर्सिटी और इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी से परफ्यूमरी और फ्लेवर टेक्नोलॉजी में मास्टर्स कर सकते हैं। वहीं शॉर्ट टर्म कोर्स के लिए उत्तर प्रदेश के कन्नौज स्थित फ्रेगरेंस एंड फ्लेवर डेवलपमेंट सेंटर (FFDC) से डिप्लोमा कर सकते हैं। इसके अलावा मुंबई के वीजी वेज कॉलेज ऑफ आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स से परफ्यूमरी और कॉस्मेटिक मैनेजमेंट में दो साल का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा भी कर सकते हैं।
परफ्यूम उद्योग में करियर बनाने के लिए ये गुण हैं जरूरी
एक बेहतरीन परफ्यूमर बनने के लिए सेंस ऑफ स्मेल (सुंगध को महसूस करना) होना सबसे जरूरी है। इसके अलावा आपमें अलग-अलग खुशबुओं को आकर्षक तरीके से मिलाने की प्रतिभा, अच्छी याद्दाश्त, धैर्य और बढ़िया लैबोरेट्री गुण होने चाहिए। इसके साथ ही अलग-अलग स्तर पर व्यापार के मामले में लोगों से बात करने के लिए लिखित और मौखिक कम्युनिकेशन स्किल्स होनी चाहिए और समय पर ऑर्डर तैयार करने के लिए टाइम और टीम मैनेजमेंट के भी गुण होने चाहिए।