करियर में बढ़ना है आगे तो ऐसे बनाएं प्रतिदिन किताबें पढ़ने की आदत
किताबें इंसान की सबसे अच्छी दोस्त मानी जाती हैं। यही वजह है कि स्कूल और कॉलेज में पढ़ रहे छात्रों को किताबें पढ़ने की आदत विकसित करने की सलाह दी जाती है। ये एक अद्भुत आदत है जो आपकी याददाश्त में सुधार करने के साथ पढ़ाई में निरंतरता लाने में मदद करती है। कई छात्र किताबें पढ़ना शुरू करते हैं, लेकिन वे इस आदत में निरंतरता नहीं ला पाते। आइए जानते हैं प्रतिदिन किताबें पढ़ने की आदत कैसे विकसित करें।
पढ़ने के लिए समय निकालें
पढ़ने की आदत विकसित करने के लिए प्रतिदिन बिना किसी गैप के किताबें पढ़ना जरूरी है। शुरुआत में किताबें पढ़ने के लिए केवल 10 से 15 मिनट का समय निकालें। अगर आप दिन में 4 बार केवल 10-10 मिनट के लिए किताबें पढ़ते हैं तो हर दिन करीब 40 मिनट किताब पढ़ सकेंगे। आप चाय पीते समय, सफर करते समय सोशल मीडिया देखने की जगह किताबें पढ़ सकते हैं। प्रतिदिन कितने पेज पढ़ने हैं, इसकी सीमा निर्धारित करें।
दिलचस्प किताबें पढ़ें
अगर आप जो किताब पढ़ रहे हैं उसमें आपका मन नहीं लग रहा तो किताब पढ़ना एक बोझ लगेगा। गलत किताबों के कारण आप पहले ही दिन पढ़ने की रुचि खो देंगे। ऐसे में पढ़ने की आदत विकसित करने के लिए शुरुआत में केवल दिलचस्प किताबें पढ़ें। इतिहास, राजनीति, संविधान की मोटी-मोटी किताबों से बचें और छोटे-छोटे किस्से कहानियों की किताबें पढ़ें। कविता, कहानी और नाटकों की किताब आपको लंबे समय तक बांधे रखेगी।
हमेशा अपने साथ एक किताब रखें
किताबें पढ़ने की आदत विकसित करने के लिए पढ़ने वाले समूह का हिस्सा बनें। आप अपने दोस्तों के साथ खुद का भी पुस्तक क्लब शुरू कर सकते हैं। हमेशा अपने साथ एक किताब रखें और जब भी समय मिले किताब पढ़ना शुरू कर दें। कई बार बाहर जाते समय रास्ता काफी लंबा होता है, इस दौरान फोन की ब्लू लाइट से दूर रहें और किताबें पढ़ें। अपने दोस्तों से अच्छी किताबों की जानकारी लें।
अच्छी लाइब्रेरी खोजें
किताबें पढ़ने की आदत विकसित करने के लिए कोई अच्छी लाइब्रेरी खोजें। यहां आपको अलग-अलग प्रकार की कई सारी किताबें मिलेंगी जिन्हें देखकर आपकी रुचि जागेगी। लाइब्रेरी में जाकर किताबों की सूची तैयार कर लें, इसमें उन किताबों के शीर्षक लिखें जिन्हें आप पढ़ना चाहते हैं। प्रत्येक किताब को लक्ष्य निर्धारित कर पढ़ें और किताब खत्म होने के 2 दिन पहले ही दूसरी किताब ले आएं। इससे पढ़ने का क्रम प्रभावित नहीं होगा।
सरल भाषा वाली किताब पढ़ें
कई किताबों में कठिन शब्द होते हैं जो शुरुआत में पढ़ने करने के लिए ठीक नहीं है। ऐसे में छात्र सरल भाषा वाली किताब का इस्तेमाल करें, मातृभाषा में किताब पढ़ने से आपकी रुचि विकसित होगी। कोई नई किताब खरीदने से पहले उसका सारांश पढ़ लें। इससे आपको किताब के बारे में अंदाजा लग जाएगा। अगर आपको सारांश पसंद आए तो किताब खरीद सकते हैं। पढ़ने के लिए एक आरामदायक स्थान और शांतिपूर्ण माहौल बनाएं।