12वीं के बाद ऐसे बने आर्थोपेडिक सर्जन, बनाएं एक अच्छा भविष्य
क्या है खबर?
12वीं के बाद छात्रों के बीच इंजीनियरिंग और मेडिकल में करियर बनाना काफी लोकप्रिय है।
फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी से 12वीं करने वाले ज्यादातर छात्र MBBS करने का विकल्प चुनते हैं।
मेडिकल के कई अच्छे विकल्पों में आर्थोपेडिक सर्जन भी है। आप 12वीं के बाद आर्थोपेडिक सर्जन बन सकते हैं।
आज इस लेख हम आपको आर्थोपेडिक सर्जन के लिए महत्वपूर्ण डिग्री, स्कोप, योग्यता आदि के बारे में बताएंगे।
आइए जानें।
काम
क्या करते हैं आर्थोपेडिक सर्जन?
मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम (हड्डियों, जोड़ों, मांसपेशियों, स्नायुबंधन, टेंडन, नर्वस आदि) के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले फिजिशियन को आर्थोपेडिक सर्जन कहा जाता है।
वे मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम के रोगों के इलाज के लिए सर्जिकल और नॉन-सर्जिकल तरीकों का उपयोग करते हैं।
आर्थोपेडिक सर्जन अन्य स्वास्थ्य देखभाल प्रोफेशनलों के साथ भी काम करते हैं और अक्सर सलाहकार या फिजिशियन के रूप में कार्य करते हैं।
मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम से संबंधित परेशानियों का इलाज करने की इच्छा रखने वालों के लिए ये सही विकल्प है।
डिग्री
प्राप्त करें ये डिग्री
भारत में कई प्रतिष्ठित कॉलेज और विश्वविद्यालय हैं, जो इस क्षेत्र में पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।
फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी से 12वीं करने वाले छात्र इसकी डिग्री प्राप्त करने के पात्र हैं, लेकिन इससे पहले उन्हें बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी (MBBS) करनी होगी।
MBBS करने के बाद आर्थोपेडिक सर्जन बनने के लिए आपको ऑर्थोपेडिक्स में मास्टर ऑफ सर्जरी (MS) करनी होगी या ऑर्थोपेडिक्स में M.Sc भी कर सकते हैं।
इनके अलावा डिप्लोमा कोर्स भी कर सकते हैं।
जानकारी
इन स्किल्स का होना है जरुरी
ऑपरेशन थिएटरों में लंबे समय तक खड़े होने के लिए आपको शारीरिक और मानसिक रूप से फिट होना चाहिए। इसके साथ ही ऑपरेशन से जुड़ी सभी मशीनों और उपकरणों का पूरा ज्ञान होना चाहिए। अच्छे सर्जन बनने के लिए नई तकनीकों के बारे में जानें।
स्कोप
क्या है स्कोप?
भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी आर्थोपेडिक्स के क्षेत्र में करियर के बेहतरीन अवसर मिलते हैं।
आर्थोपेडिक विशेषज्ञों का भविष्य अभी भी और आने वाले समय में बहुत उज्ज्वल है।
उनके पास सरकारी, प्राइवेट और पब्लिक क्षेत्र में नौकरी के कई सारे अवसर होते हैं।
इसके साथ ही वे केंद्रीय सेवाओं में प्रवेश के लिए संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित संयुक्त मेडिकल सेवा परीक्षा के लिए उपस्थित हो सकते हैं।
कॉलेज
इन कॉलेजों में लें प्रवेश
किसी भी क्षेत्र में एक अच्छा करियर बनाने के लिए जरुरी है कि आप एक अच्छे कॉलेज से उसके लिए डिग्री प्राप्त करें।
आर्थोपेडिक में MS करने के लिए कुछ अच्छे कॉलेजों में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) दिल्ली, आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कॉलेज (AFMC) पूणे, कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज (KMC) मुंबई, क्रिस्चियन मेडिकल कॉलेज, जवाहरलाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER) और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (LHMC) नई दिल्ली शामिल हैं।