कार्यक्षेत्र में न करें ये गलतियां, खतरे में आ सकती है नौकरी
किसी भी नौकरी में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए पेशेवर ढंग से काम करना जरूरी है। कार्य प्रबंधन करते हुए उद्देश्य पूर्ण निर्णय लेने और समय-समय पर कार्य की समीक्षा करने से उम्मीदवार कंपनी की अपेक्षाओं को बेहतर ढंग से पूरा कर सकते हैं। हालांकि, कई बार कार्यक्षेत्र में लापरवाह गलतियों से उम्मीदवारों के प्रदर्शन पर नकारात्मक असर पड़ता है और वे अपनी नौकरी गंवा देते हैं। आइए जानते हैं उम्मीदवारों को किन गलतियों से बचना चाहिए।
समय पर काम पूरा न करना
किसी भी नौकरी में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए समय प्रबंधन कौशल होना जरूरी है। कई उम्मीदवार समय प्रबंधन में माहिर नहीं होते और वे कोई भी काम समय पर पूरा नहीं कर पाते। इस वजह से उनकी छवि नकारात्मक होती जाती है और आखिर में उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाता है। ऐसे में उम्मीदवार सभी कामों को प्राथमिकता के साथ समय पर पूरा करें। हर दिन के काम को उसी दिन पूरा करने की कोशिश करें।
कार्यालय में लगातार देरी से पहुंचना
हो सकता है कि आप कंपनी के लिए बहुत अच्छा काम कर रहे हों, लेकिन कार्यालय में लगातार देरी से पहुंचना बिल्कुल भी ठीक नहीं है। ये आपके लापरवाह व्यक्तित्व को दर्शाता है और आप पेशेवर छवि नहीं बना पाते। ऐसे में निर्धारित समय पर कार्यालय पहुंचे। लंच ब्रेक के नाम पर बहुत देर तक आराम न करें। छुट्टियां लेने के लिए झूठ बोलने की अपेक्षा सही वजह बताएं और बहुत ज्यादा छुट्टियां लेने से बचें।
हर काम में गलतियां करना
किसी व्यक्ति को नौकरी पर इसलिए रखा जाता है कि वो कंपनी के सामने आने वाली समस्याओं का समाधान कर सके, लेकिन अगर आप हर काम में केवल गलतियां करेंगे तो इसका नकारात्मक असर पड़ेगा। नौकरी की शुरुआत में होने वाली गलतियों को प्रबंधक नजरअंदाज कर सकते हैं, लेकिन बार-बार होने वाली गलतियों को अनदेखा नहीं किया जा सकता। ऐसे में अपना काम सावधानी के साथ करें ताकि गलतियां होने की संभावना बिल्कुल न रहे।
हर समय सहकर्मियों के साथ बातें करना
गंभीरता पूर्वक कार्य करने के लिए अनुशासित रहना और शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखना जरूरी है, लेकिन अगर आप हर समय सहकर्मियों के साथ बातचीत करेंगे तो ये ठीक नहीं है। इससे कार्यालय का माहौल खराब होता है। हर समय गपशप करने से समय बर्बाद होता है और आसपास काम कर रहे सहकर्मी भी परेशान होते हैं। ऐसे में पेशेवर रवैय बनाएं रखें। ब्रेक के समय सहकर्मियों के साथ मस्ती-मजाक करें, लेकिन शब्दों की मर्यादा बनाएं रखें।
गलतियों को न स्वीकारना और बहस करना
अगर आपकी गलती नहीं है तो अपनी बात सामने रखने में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन अगर आपने गलती की है तो उसे स्वीकारना जरूरी है। गलती करने पर बेवजह के तर्क प्रस्तुत करने और अपने सहकर्मियों के साथ झगड़ा करने का कोई औचित्य नहीं है। ऐसे में अपनी गलतियों को विनम्रता के साथ स्वीकारें और सुधार करें। प्रबंधक से बेवजह बहस करने से बचें, इससे आपके व्यक्तित्व पर बुरा प्रभाव पड़ता है।