नियुक्त होने के बाद IAS अधिकारी को मिलते है कौन-कौन से पद, यहाँ से जानें
भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), देश की सिविल सेवाओं के बीच सबसे प्रतिष्ठित सेवा है। हर साल लाखों उम्मीदवार कठिन UPSC सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में IAS अधिकारी बनने के लिए उपस्थित होते हैं। लेकिन कुछ ही लोग उस परीक्षा को पास कर पाते हैं और आगे बढ़ते हैं। इसके साथ ही सभी लोग ये भी जानना चाहते हैं कि IAS अधिकारी बनने के बाद कौन-कौन से पद मिलते हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
सिविल सेवा परीक्षा और चयन प्रक्रिया
IAS अधिकारी बनने के लिए सबसे पहले उम्मीदवार को UPSC सिविल सेवा परीक्षा को पास करना होता है। जिन उम्मीदवारों को भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित किया जाता है, वे एक IAS अधिकारी के तौर पर काम करने से पहले तीन साल का प्रशिक्षण लेते हैं। उत्तराखंड के मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में नए भर्ती किए गए उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया जाता है। प्रशिक्षण फाउंडेशन कोर्स से शुरू होकर भारत दर्शन के साथ समाप्त होता है।
कैडर क्षेत्रों में दो साल के लिए किया जाता है तैनात
IAS अधिकारी बनने के मार्ग में प्रशिक्षण के बाद, परिवीक्षा अवधि (Probation Period) आती है, जब उम्मीदवारों को दो साल के लिए कैडर क्षेत्रों में तैनात किया जाता है। परिवीक्षा के दौरान, उम्मीदवार सरकार के विभिन्न विभागों से सीखते हैं। उम्मीदवारों को वहां सिखाया जाता है कि कौन सी चीज कैसे काम करती है। इतना ही नहीं उन्हें परिवीक्षा की अवधि के अंत में एक परीक्षा के लिए भी उपस्थित होना पड़ता है।
जिला सब-डिवीजन पर किया जाता है तैनात
IAS अधिकारी अपने घरेलू कैडरों के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करके अपने करियर की शुरूआत करते हैं, जिसके बाद उन्हें उनकी पहली पोस्टिंग मिलती है। करियर के प्रारंभिक चरण में, IAS अधिकारी एक सब-डिवीजन मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात होते हैं। इसके बाद वे जिला स्तर पर, जिला मजिस्ट्रेट या जिला कलेक्टर या उपायुक्त के रूप में नियुक्त होते हैं। जहां अधिकारी संबंधित जिले के नीति निर्माण, कार्यान्वयन, विकास कार्यों की निगरानी करते हैं।
राज्य प्रशासन/PSUs में किया जाता है पदोन्नत
जब आप एक IAS अधिकारी के रूप में जिला स्तरीय भूमिका निभा लेते हैं, उसके बाद आपको विभागों के प्रमुखों या राज्य सचिवालय में नौकरशाहों के रूप में पदोन्नत किया जाता है। कई अधिकारी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSUs) में प्रशासनिक पदों पर भी तैनात होते हैं। इसके बाद IAS के पदानुक्रम के अनुसार अधिकारियों को केंद्र सरकार के साथ कैबिनेट सचिव, सचिव, अतिरिक्त सचिव, संयुक्त सचिव, निदेशक, उप सचिव और अवर सचिव के रूप में तैनात किया जाता है।
एक IAS अधिकारी का मूल कर्तव्य
IAS अधिकारियों को विभिन्न स्तरों पर सरकारी मामलों को संभालने का काम सौंपा जाता है, जिसमें नीतियों का निर्धारण और संबंधित मंत्रालयों के परामर्श शामिल होते हैंं। उनका कार्य, कार्यान्वयन की प्रक्रिया का पर्यवेक्षण करना और महत्वपूर्ण स्थलों और स्थानों की यात्रा करना है। IAS अधिकारियों को धन के संवितरण की भी देखभाल करनी होती है। इसके साथ ही IAS अधिकारी संसद या राज्य विधान सभाओं के प्रति जवाबदेह भी होते हैं।
UPSC की परीक्षा
UPSC परीक्षा जो सबसे चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक है, तीन चरणों में आयोजित की जाती है। आपको प्रीलिम, मेन, और इंटरव्यू पास करना होता है। हमने यहां साक्षात्कार में पूछे गए सबसे कठिन प्रश्न दिए हैं। प्रश्न देखने के लिए यहां क्लिक करें।