BYJU'S ट्यूशन सेंटर के 60 प्रतिशत ग्राहकों ने बीते 2 वर्ष में मांगा रिफंड, जानें वजह
क्या है खबर?
दुनिया के सबसे मूल्यवान एडटेक स्टार्टअप BYJU'S के ट्यूशन सेंटर के प्रत्येक 3 ग्राहकों में से 2 यानी लगभग 60 प्रतिशत ने बीते 2 वर्षों में फीस रिफंड के लिए अनुरोध किया है।
रिफंड के लिए किए गए अनुरोधों के आंकड़ों से पता चलता है कि स्टूडेंट्स और अभिभावक BYJU'S के ट्यूशन सेंटरों (BTC) द्वारा पेश किए गए पाठ्यक्रमों की गुणवत्ता आदि से संतुष्ट नहीं हैं।
यह BYJU'S के लिए एक और झटका है।
रिपोर्ट
BYJU'S ने 95 प्रतिशत रिफंड अनुरोधों पर दी प्रतिक्रिया
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, 9 नवंबर, 2021 से 11 जुलाई, 2023 के बीच BYJU'S के ट्यूशन सेंटरों को कुल 43,625 रिफंड अनुरोध मिले हैं।
इनमें से BYJU'S ने 41,198 अनुरोधों पर प्रतिक्रिया दी है। यानी BYJU'S ने लगभग 95 प्रतिशत रिफंड अनुरोधों पर प्रतिक्रिया दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, BYJU'S के एक प्रवक्ता ने इन आंकड़ों को आधारहीन बताते हुए जानकारी को गलत बताया। हालांकि, उन्होंने खंडन करने के लिए सही आंकड़े देने से इनकार कर दिया।
समस्या
अभिभावक ने बताई समस्या
रिपोर्ट के मुताबिक, एक अभिभावक ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, "कक्षाएं समय पर नहीं चल रही हैं। हमारे बच्चे क्लास की जगह स्टाफ रूम में बैठकर पढ़ रहे हैं। लेक्चर की गुणवत्ता को लेकर स्टूडेंट्स लगातार शिकायत कर रहे हैं। हमने कई बार प्रबंधकों से इन मुद्दों का समाधान करने के लिए कहा, लेकिन कभी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।"
कंपनी हाइब्रिड लर्निंग की अवधारणा पर भरोसा कर रही थी, लेकिन स्थिति ठीक नहीं दिख रही है।
भविष्य
कंपनी ने बदला ट्यूशन सेंटर खोलने का प्लान
एक समय BTC को कंपनी के भविष्य के रूप में देखा जाता था, लेकिन BYJU'S ने रिफंड के मामलों को देखते हुए अपना रास्ता बदल लिया और ट्यूशन सेंटरों के विस्तार की योजनाओं को रोक दिया है।
इस वर्ष इसने कोई भी नया ट्यूशन सेंटर नहीं खोलने का निर्णय लिया है।
BYJU'S की योजना 300 और ट्यूशन सेंटर को लीज पर देने की थी।
अभी तक BYJU'S ने लगभग 75,000 छात्रों ने ट्यूशन सेंटर सब्सक्रिप्शन लिया है।
ट्यूशन
BYJU'S को ट्यूशन से थी बड़ी उम्मीद
BYJU भारत की पहली एडटेक कंपनी थी, जिसने ऑफलाइन ट्यूशन में प्रवेश किया।
उसका अनुमान था कि कोविड-19 के बाद ट्यूशन उसका एक अभिन्न अंग बन जाएगा।
कंपनी इस योजना के लिए लगभग 1,600 करोड़ रुपये से अधिक रकम अलग से रखे हुए थी। इसके जरिए यह 2022 में भारत के 200 शहरों में 500 ट्यूशन सेंटर खोलना चाहती थी।
इन ट्यूशन सेंटरों के जरिए 10,000 नई नौकरियां पैदा होने की भी उम्मीद थी।