NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / बिज़नेस की खबरें / भारत ने स्टील इस्पात पर 12 प्रतिशत लगाया शुल्क, चीन के लिए बढ़ी मुसीबत 
    अगली खबर
    भारत ने स्टील इस्पात पर 12 प्रतिशत लगाया शुल्क, चीन के लिए बढ़ी मुसीबत 
    भारत ने स्टील इस्पात पर 12 प्रतिशत लगाया शुल्क

    भारत ने स्टील इस्पात पर 12 प्रतिशत लगाया शुल्क, चीन के लिए बढ़ी मुसीबत 

    लेखन बिश्वजीत कुमार
    Apr 22, 2025
    02:43 pm

    क्या है खबर?

    भारत ने कच्चे इस्पात के आयात पर 12 प्रतिशत अस्थायी शुल्क लगाने का निर्णय लिया है।

    यह कदम विशेष रूप से चीन से सस्ते इस्पात के आयात को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया है, जिसने भारतीय मिलों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी थीं।

    वित्त मंत्रालय ने शुल्क को 200 दिनों के लिए लागू करने का आदेश दिया है। शुल्क को रद्द, बदला या संशोधित करने की संभावना बनी रहेगी।

    अमेरिकी शुल्कों के बाद यह भारत का बड़ा कदम है।

    राहत

    इस कदम से भारतीय उद्योग को राहत मिलेगी 

    इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य भारतीय इस्पात निर्माताओं को सस्ते आयातों से बचाना है।

    इस्पात मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने कहा कि यह कदम छोटे और मध्यम उद्योगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होगा, जो सस्ते आयातों के कारण दबाव में थे।

    इस शुल्क के लागू होने से भारतीय निर्माताओं को प्रतिस्पर्धा में मजबूती मिलेगी और वे अपने उत्पादों की कीमतों में सुधार कर पाएंगे। इससे भारतीय बाजार में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित हो सकेगी।

    उद्देश्य

    चीन से आयात पर फोकस किया गया 

    भारत ने खास तौर पर चीन से आने वाले सस्ते इस्पात आयात को रोकने के लिए कदम उठाया है।

    चीन, भारत का दूसरा सबसे बड़ा इस्पात निर्यातक है और इस कदम से भारत की घरेलू मिलों को राहत मिलने की संभावना है। भारतीय इस्पात मिलों के अधिकारी इसे स्वागत योग्य मानते हैं और उम्मीद करते हैं कि इससे उद्योग को मदद मिलेगी।

    यह निर्णय भारतीय उद्योग के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा, जो सस्ते आयातों से प्रभावित हो रहा था।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    चीन समाचार

    ताज़ा खबरें

    एलन मस्क ने डोनाल्ड ट्रंप को लेकर एपस्टीन फाइल्स से जुड़ा पोस्ट एक्स से हटाया एलन मस्क
    जीप की गाड़ियों पर करीब 4 लाख रुपये तक की छूट, जानिए मॉडलवार ऑफर  जीप
    WTC फाइनल: कगिसो रबाडा का ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ कैसा रहा है प्रदर्शन?  दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम
    ग्राहकों को झांसे में नहीं ले पाएंगे ई-काॅमर्स प्लेटफॉर्म, CCPA ने कसा शिकंजा ई-कॉमर्स

    चीन समाचार

    प्रधानमंत्री मोदी का 3 दिवसीय श्रीलंका दौरा कितना महत्वपूर्ण और क्या हो सकते हैं समझौते? नरेंद्र मोदी
    डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा दावा, कहा- टैरिफ युद्ध में चीन को हुआ अधिक नुकसान अमेरिका
    चीनी पुलिस के लिए बना GTA जैसा वर्चुअल शंघाई, हर गली पर रखी जाएगी नजर ग्रैंड थेफ्ट ऑटो
    डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को दी 50 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी अमेरिका
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025