भारत की विकास दर में बढ़ोतरी, 2024-25 की तीसरी तिमाही में 6.2 प्रतिशत बढ़ी
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को वित्तीय वर्ष 2024-25 के तीसरी तिमाही के आंकड़े जारी किए हैं, जिसमें विकास दर में बढ़ोतरी हुई है।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2024-25 की तिमाही में यह 6.2 प्रतिशत बढ़ी है, जबकि दूसरी तिमाही में यह 5.6 प्रतिशत थी।
हालांकि, तीसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की दर अनुमान से कम रही है। अनुमान के मुताबिक, वृद्धि 6.8 प्रतिशत होनी थी।
विकास
पूरे साल विकास दर 6.5 प्रतिशत का अनुमान
आर्थिक विशेषज्ञों ने अनुमान जताया है कि पूरे साल विकास दर अनुमान के मुताबिक 6.5 प्रतिशत रह सकती है।
पिछली तिमाही की बात करें तो सितंबर की तिमाही में देश की GDP दर 5.6 प्रतिशत पर थी, जो सबसे धीमी थी।
शुक्रवार को GDP के आंकड़े भले ही ठीक आए हों, लेकिन शाम को शेयर बाजार में काफी बड़ी गिरावट देखने को मिली है। सेंसेक्स 1.9 प्रतिशत और निफ्टी 1.86 प्रतिशत गिर गया।
वजह
GDP में बढ़ोतरी की क्या है वजह?
तीसरी तिमाही की GDP में आई बढ़ोतरी की वजह अच्छा मानसून, ग्रामीण मांग में सुधार, बुनियादी ढांचे पर सरकारी खर्च में बढ़ोतरी और त्योहार के सीजन में ग्राहकों को फोकस वाले सेक्टरों में काफी सुधार देखा गया था।
आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि यह 6.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी भी पिछले साल के इसी तिमाही में दर्ज 8.6 प्रतिशत से कम है।
सरकार आगे पूरे साल 6.5 प्रतिशत विकास दर का लक्ष्य लेकर चल रही है।