GMR के संस्थापक ग्रैंडी मल्लिकार्जुन राव पेपर मिल में करते थे काम, आज इतनी है संपत्ति
GMR समूह के संस्थापक और अध्यक्ष ग्रैंडी मल्लिकार्जुन राव देश के जाने-माने व्यवसायी हैं। राव का जन्म 15 जुलाई, 1950 को आंध्र प्रदेश के राजम में एक उच्च-मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता का आभूषण का एक छोटा-सा व्यवसाय था। अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने आंध्र विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने आंध्र विश्वविद्यालय से ही मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी पूरी की।
ग्रांडी मल्लिकार्जुन राव का करियर
पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी के लिए राव एक पेपर मिल में शिफ्ट इंजीनियर के रूप में शामिल हुए। कुछ समय उन्होंने आंध्र प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग में जूनियर इंजीनियर के रूप में काम किया। अपनी मां के आग्रह के बाद उन्होंने वस्तुओं के व्यापार में प्रवेश किया, जिसकी मदद से उनकी संपत्ति में वृद्धि हुई। समय के साथ उन्होंने कई उद्योगों में अपनी हिस्सेदारी बेच दी और वैश्य बैंक नाम से एक बैंक शुरू किया।
ग्रांडी मल्लिकार्जुन राव की संपत्ति
राव ने बैंक में अपनी हिस्सेदारी कम की और 340 करोड़ रुपये कमाए। 1978 में उन्होंने GMR समूह की स्थापना की, जो आज 7 देशों में मौजूद है। कंपनी हवाई अड्डों, राजमार्गों, ऊर्जा और इमारतों जैसे बड़े शहरी विकास का प्रबंधन करती है। समूह हैदराबाद और दिल्ली में हवाई अड्डों के साथ-साथ फिलीपींस में मैक्टन सेबू अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का संचालन करता है। फॉर्ब्स के अनुसार, राव की अनुमानित कुल संपत्ति 1.4 अरब डॉलर (लगभग 116 अरब रुपये) है।