कॉग्निजेंट 3,500 कर्मचारियों को करेगी बाहर, कुछ ऑफिस भी करेगी खाली
टेक कंपनियों में छंटनी का दौर अभी भी थमा नहीं है। अब एक रिपोर्ट के मुताबिक, कॉग्निजेंट कंपनी जल्द ही 3,500 कर्मचारियों की छंटनी करने की तैयारी में है। कंपनी के CEO रवि कुमार एस ने लागत कम करने के लिए हजारों कर्मचारियों को निकाले जाने के कंपनी के प्लान की जानकारी दी है। लागत को और कम करने के लिए कंपनी ऑफिस स्पेस की लगभग 1.1 करोड़ वर्ग फुट जगह भी कम करेगी।
2023 में IBM के राजस्व में होगी गिरावट - रिपोर्ट
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, कॉग्निजेंट ने कहा है कि 2023 में उसके राजस्व में गिरावट देखने को मिलेगी। वर्तमान में कंपनी का मार्जिन इंडस्ट्री में सबसे कम 14.6 प्रतिशत है। रिपोर्ट के मुताबिक, कर्मचारियों की छंटनी और ऑफिस स्पेस में कटौती करने का CEO का यह फैसला कॉग्निजेंट को एक बार फिर एसेंचर, इंफोसिस और TCS जैसी बड़ी कंपनियों से मुकाबले के लिए तैयार करने के लिए है।
भारत में प्रभावित होने वाले लोगों की जानकारी नहीं
अभी यह नहीं पता चल सका है कि कॉग्निजेंट के नए फैसले से भारत में कितने लोग प्रभावित होंगे। पूर्व में इंफोसिस के प्रेसिडेंट के रूप में काम करने वाले रवि कुमार ने इस साल 12 जनवरी को कॉग्निजेंस के CEO पद को संभाला है। कॉग्निजेंट के पूर्व CEO ब्रायन हंफ्रीज को बिना किसी कारण के इंवालेंट्रली टर्मिनेट कर दिया गया था। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में ये जानकारी दी थी।
कॉग्निजेंट ने इस वजह से बदला था CEO
स्टीफन जे रोहलेडर को कॉग्निजेंट बोर्ड के अध्यक्ष हैं। हंफ्रीज को हटाकर नए CEO की नियुक्त के समय स्टीफन ने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा था कि 2023 में कॉग्निजेंट की तेज प्रगति, व्यावसायिक गति बढ़ाने और राजस्व में तेजी लाने के लिए बोर्ड CEO को बदलना चाहता है। इसके बाद रवि की नियुक्त हुई थी। कॉग्निजेंट अमेरिका में स्थिति है, लेकिन इसका भारत में भी इसका ऑफिस है।
कॉग्निटेंज के अलावा इन कंपनियों ने भी की है छंटनी
कॉग्निजेंट कंपनी डिजिटल, कॉर्पोरेट, टेक्नोलॉजी एंड इंजीनियरिंग, IT इंफ्रास्ट्रक्चर आदि सेक्टर में काम करती है। यहां इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट आदि फील्ड वालों के लिए नौकरी का मौका होता है। कंपनी की स्थापना साल 1994 में की गई थी। कॉग्निजेंट, एसेंचर, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), विप्रो आदि लगभग एक ही तरह के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियां हैं। कॉग्निजेंट के अलावा विप्रो, अमेजन, एसेंचर, इंफोसिस, IBM, जैसी कंपनियों ने भी पिछले कुछ महीनों में छंटनी की घोषणा की है।