सिटी बैंक की 'बैंकिंग इतिहास की सबसे बड़ी भूल', गलती से ट्रांसफर किए हजारों करोड़ रुपये
क्या है खबर?
कॉस्मेटिक कंपनी रेवलॉन के लिए बतौर लोन एजेंट काम कर रहे सिटी बैंक ने गलती से 900 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 6,554 करोड़ रुपये) कंपनी के कर्जदाताओं को भेज दिए।
बैंक को इन कर्जदाताओं को लगभग 60 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने थे, लेकिन गलती से उसने 6,500 करोड़ रुपये कर्जदाताओं को भेज दिए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रेवलॉन को यह कर्ज 2023 तक नहीं चुकाना था, लेकिन एक गलती से हजारों करोड़ का हेरफेर हो गया।
पृष्ठभूमि
कहां से शुरू हुआ पूरा मामला?
सिटी बैंक को रेवलॉन के लिए गए कर्ज के ब्याज के रूप में लगभग आठ मिलियन डॉलर का भुगतान करना था, लेकिन इसने गलती से 900 मिलियन डॉलर चुका दिए।
इनमें से कुछ कर्जदाताओं ने पैसा वापस कर दिया और कुछ ने ऐसा करने से मना कर दिया।
इसके बाद बैंक ने पिछले साल अगस्त में 10 कंपनियों के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
इस मामले में अदालत के फैसले से बैंक को बड़ा झटका लगा है।
फैसला
यह बैंकिंग इतिहास की सबसे बड़ी गलतियों में से एक- अदालत
मामले का फैसला सुनाते हुए अमेरिका की एक जिला अदालत ने कहा कि बैंक यह पूरा पैसा रिकवर नहीं कर सकता। जज ने अपने फैसले में लिखा कि यह 'बैंकिंग इतिहास की सबसे बड़ी गलतियों में एक' है। अदालत ने कहा कि कुछ अपवादों को छोड़कर कर्जदाता ये पैसा रख सकते हैं।
हालांकि, कुछ कर्जदाताओं ने पैसा वापस लौटा दिया है, लेकिन बैंक को अभी भी 500 मिलियन डॉलर मिलने बाकी हैं।
सुनवाई
बैंक और कर्जदारों ने क्या दलील दी?
अगर किसी कर्जदाता को पैसा मिलना है और उसे यह पता नहीं है कि गलती से उसके पास पैसा ट्रांसफर किया गया है तो वह इस रकम को रख सकता है। दूसरी तरफ बैंक का कहना था कि यह 'मानवीय भूल' थी और पैसा ट्रांसफर होते ही इसकी जानकारी दे दी गई थी।
वहीं कर्जदाताओं का कहना था कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी और उन्हें बैंक की तरफ से सूचना मिलने और पैसा वापस मांगने पर इसका पता चला।
जानकारी
अदालत के फैसले को चुनौती देगा बैंक
सिटी बैंक ने जिला अदालत के इस फैसले पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि वह इसको चुनौती देगा। बैंक ने अपने बयान में कहा कि उसका इस पैसे पर हक है और वह पूरी रिकवरी तक अपनी कोशिश जारी रखेगा।
प्रक्रिया
ऐसी गलती होने पर क्या किया जाता है?
आमतौर पर ऐसी गलतियां नहीं होती है। किसी को पैसा ट्रांसफर करने के लिए ग्राहकों के साथ-साथ बैंकों की तरफ से भी तय प्रकिया का पालन किया जाता है।
हालांकि, कई बार अगर गलती से किसी दूसरे अकाउंट में पैसा ट्रांसफर कर दिया जाता है तो उसे वापस पाने के लिए भी प्रक्रिया तय है।
सबसे पहले पैसा पाने वाले खाताधारक से इसे लौटाने की मांग की जाती है। अगर वह नहीं लौटाता है तो कानूनी रास्ता लिया जाता है।
जानकारी
भारत में भी हो चुकी है ऐसी घटना
न्यूज18 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में भी ऐसी घटना हो चुकी है।
2012-13 में एक बड़े बैंक ने गलती से ब्याज की रकम को कई खातों में ट्रांसफर कर दिया था। हालांकि, इसका पता चलते ही इस गलती को सुधार लिया गया था।
उस समय बैंक का हिस्सा रहे एक अधिकारी ने बताया कि यह गलती देर शाम हुई थी और अगली सुबह तक इसे ठीक कर दिया गया था, जिससे इसका आसानी से समाधान हो गया।