अमेजन स्थानीय कारीगरों को बनाएगी सशक्त, कई संगठनों से की साझेदारी
ई-कॉमर्स दिग्गज अमेजन भारत में सरकारी और गैर सरकारी संगठनों के साथ मिलकर स्थानीय कारीगरों को सशक्त बनाने के लिए काम कर रही है। आज (7 अगस्त) अमेजन इंडिया ने कहा है कि उसने कारीगरों और ग्राहकों के बीच बेहतर संबंध स्थापित करने के लिए भारत में 45 से अधिक सरकारी एम्पोरियम, गैर सरकारी संगठनों और व्यापार निकायों के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत बुरे हालात से गुजर रहे बुनकर समुदायों को आर्थिक मदद मिलेगी।
अमेजन ने क्या कहा?
कंपनी ने अपने एक बयान में कहा है, "ग्राहक भारत के क्षेत्रीय विभिन्न शिल्पों को दर्शाते हुए 25 राज्यों के 1.5 लाख से अधिक उत्पादों की खरीदारी कर सकते हैं। अमेजन बिस्वा बांग्ला, पंथोइबी, गरवी गुर्जरी, हाउस ऑफ हिमालया और अन्य सहित 35 से अधिक राज्य एम्पोरियम से चयन का एक शोकेस भी लॉन्च करेगी।" कंपनी के इस फैसले से आर्थिक समस्या से जूझ रहे बुनकर अमेजन के साथ मिलकर व्यापार कर सकेंगे।
कितने कारीगर अमेजन से जुड़े?
अमेजन के अनुसार, कपड़ा, कुटीर उद्योग और आदिवासी कल्याण जैसे विभिन्न मंत्रालयों के तहत 2,500 से अधिक मास्टर बुनकर, सहकारी समितियां, कारीगर और सरकारी संगठन ऑनलाइन बिक्री के लिए अमेजन से जुड़े हैं। अमेजन ने यह भी बताया है कि उसका वार्षिक अमेजन कारीगर कार्यक्रम स्वदेशी कला और शिल्प को दोबारा जीवित करने में सक्षम बनाता है, साथ ही स्थानीय विक्रेताओं को समान बेचने के लिए एक मंच प्रदान करता है।