भुखमरी से लड़ाई लड़ने वाले वर्ल्ड फूड प्रोग्राम को मिला शांति का नोबेल पुरस्कार
संयुक्त राष्ट्र वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (WFP) को इस साल का शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया है। दुनियाभर में भुखमरी के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए WFP को इस साल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इसकी घोषणा करते हुए नोबेल कमेटी ने कहा कि वो इस साल के पुरस्कार के जरिये दुनिया की नजरें उन लोगों की तरफ घूमाना चाहते हैं जो भूख या भूख के डर का सामना कर रहे हैं।
1961 से भूख के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है WFP
नोबेल कमेटी की प्रमुख बेरिट राइस एंडरसन ने इस पुरस्कार की घोषणा करते हुए कहा कि 2019 में 88 देशों के लगभग 10 करोड़ लोगों तक WFP की मदद पहुंची थी। WFP भुखमरी के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाला और खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देेने वाली सबसे बड़ी संस्था है। कोरोना वायरस महामारी के दौर में इस संगठन की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है। बता दें कि 1961 से WFP दुनियाभर में भूख के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है।
WFP के प्रवक्ता बोले- गर्व का समय
'वर्ल्ड फूड प्रोग्राम' को प्रभावित क्षेत्रों में भुखमरी से लड़ने और शांति कायम करने से जुड़े कार्यों के चलते शांति पुरस्कार से नवाजा गया है। ओस्लो में इसकी घोषणा की गई। पुरस्कार मिलने की घोषणा होने पर प्रतिक्रिया देते हुए WFP के प्रवक्ता ने कहा कि यह उनके लिए गर्व का समय है। उन्होंने बताया कि WFP हर साल दुनिया के 88 देशों में लगभग 9.7 करोड़ लोगों की मदद करता है।
दावेदारों में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप भी थे शामिल
इस बार स्वीडन की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को भी इस पुरस्कार के दावेदारों के तौर पर देखा जा रहा था। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस साल के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया गया था। इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात के बीच ऐतिहासिक शांति समझौते कराने के लिए उनका नाम इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए भेजा गया था, लेकिन इस सब को पछाड़ते हुए यह बाजी WFP के हाथ लगी है।
नोबेल कमेटी को मिले थे कुल 318 नामांकन
इस साल नोबेल शांति पुरस्कार के 211 हस्तियों और 107 संगठनों समेत कुल 318 नामांकन आए थे। ट्रंप और ग्रेटा के अलावा इनमें हांगकांग की जनता, व्हिसल ब्लोअर जूलियन असांजे, एडवर्ड स्नोडन, चेल्सी मैनिंग, उइगुर बुद्धिजीवी इलहाम तोहती आदि शामिल थे। याद दिला दें कि पिछले साल यह पुरस्कार इथोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद को दिया गया था। एरिट्रिया के साथ 20 साल से ज्यादा समय से चल रहे तनाव को दूर करने के लिए उन्हें यह पुरस्कार मिला था।
अन्य क्षेत्रों में इन लोगों को मिला नोबेल पुरस्कार
अमेरिकी कवि लुई ग्लक को साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार मिला है। भौतिक विज्ञान में रोजर पेनरोस को ब्लैक होल की खोज और रिनहार्ड गेनजेल ओर एंड्रेया गेज को आकाशगंगा के केंद्र में सुपरमैसिव कॉम्पैक्ट ऑब्जेक्ट की खोज के लिए यह पुरस्कार दिया गया। वहीं रसायन विज्ञान के क्षेत्र में 'जीनोम एडिटिंग' की पद्धति का विकास करने के लिए इमैनुएल चारपेंटियर और जेनीफर डॉडना को यह पुरस्कार दिया गया हैं।