बढ़ रहा वैश्विक तापमान, 2023 में हर तीसरे दिन निर्धारित स्तर से 1.5 डिग्री ज्यादा रहा
क्या है खबर?
जलवायु परिवर्तन वैश्विक तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। BBC के एक विश्लेषण में इस संबंध में और चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल वैश्विक तापमान हर तीसरे दिन पूर्व-औद्योगिक स्तर से के मुकाबले 1.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा है। ये एक साल में वैश्विक तापमान सबसे ज्यादा रहने का रिकॉर्ड है।
इससे पहले 2016 में कुछ दिनों के लिए इस तरह की स्थिति देखने को मिली थी।
रिकॉर्ड
हर तीसरे दिन टूटा वैश्विक तापमान का रिकॉर्ड
2 अक्टूबर तक के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल करीब 86 दिन तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस की निर्धारित सीमा से ज्यादा रहा। इससे पहले साल 2016 में 75 दिनों के लिए तापमान निर्धारित स्तर से ज्यादा था।
तब अल नीनो प्रभाव की वजह से वैश्विक तापमान में वृद्धि देखी गई थी। इस साल भी तापमान बढ़ने में अल नीनो प्रभाव का हाथ माना जा रहा है, लेकिन इसका असर कम है।
वजह
क्यों बढ़ रहा तापमान?
वैज्ञानिक समुद्र सतह के बढ़ते तापमान को इसका एक कारण मान रहे हैं।
वुडवेल क्लाइमेट रिसर्च के डॉक्टर जेनिफर फ्रांसिस ने BBC से कहा, "उत्तरी अटलांटिक महासागर का तापमान अब तक के सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गया है। उत्तरी प्रशांत महासागर में जापान से लेकर कैलिफोर्निया तक असामान्य रूप से गर्म पानी की एक परत फैली हुई है।"
वैज्ञानिक अभी समुद्री सतह के बढ़ते तापमान के स्पष्ट कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
सितंबर
मानव इतिहास का सबसे गर्म महीना रहा सितंबर
यूरोपीय संघ (EU) की जलवायु परिवर्तन एजेंसी ने 5 अक्तूबर को अपनी रिपोर्ट में कहा मानव इतिहास में सितंबर अब तक का सबसे गर्म महीना रिकॉर्ड किया गया है।
सितंबर, 2023 का औसत वैश्विक तापमान 1991-2020 के औसत से 0.93°C अधिक था। यह कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस द्वारा रखे गए 83 वर्षों के रिकॉर्ड में किसी महीने के औसत से ऊपर का सबसे गर्म रिकॉर्ड है।
इस साल सितंबर में औसत तापमान 6.38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
बर्फ
महासागरों में रिकॉर्ड मात्रा में पिघली बर्फ
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) के मुताबिक, जून, जुलाई और अगस्त धरती के इतिहास के अब तक के सबसे गर्म महीने रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, अगस्त में वैश्विक मासिक औसत समुद्री सतह का तापमान 20.98 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
अंटार्कटिक महासागर में समुद्री बर्फ का स्तर अगस्त महीने में मासिक औसत से 12 प्रतिशत कम था। ये बर्फ की मात्रा का अवलोकन शुरू होने के बाद से अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है।