अमेरिकी खुफिया एजेंसी FBI के निदेशक बने काश पटेल कौन हैं, भारत से क्या है संबंध?
क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने करीबी सहयोगी और पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार काश पटेल को खुफिया एजेंसी संघीय जांच ब्यूरो (FBI) का निदेशक नियुक्त किया है।
व्हाइट हाउस के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ डैन स्कैविनो ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने FBI के 9वें निदेशक के रूप में पटेल की पुष्टि करने वाले आयोग पर आधिकारिक रूप से हस्ताक्षर कर दिए हैं।
आइए जानते हैं काश पटेल कौन हैं।
परिचय
कौन हैं काश पटेल?
पटेल का 25 फरवरी, 1980 को न्यूयॉर्क में हुआ था। उनका पूरा नाम कश्यप प्रमोद पटेल है।
वे पूर्वी अफ्रीका में पले-बढ़े हैं और लॉन्ग आइलैंड के गार्डन सिटी हाई स्कूल से पढ़ाई की है। उन्होंने रिचमंड विश्वविद्यालय से स्नातक और लंदन यूनिवर्सिटी कॉलेज के विधि संकाय से अंतरराष्ट्रीय कानून की पढ़ाई की है।
वे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और खुफिया मामलों पर सदन की स्थायी चयन समिति में बतौर वकील भी काम कर चुके हैं।
भारत से संबंध
पटेल का भारत से क्या संबंध है?
पटेल के माता-पिता का संबंध गुजरात से रहा है। उनके माता-पिता भारत से युगांडा चले गए थे, लेकिन वहां जातीय दमन के कारण 1970 के दशक में उनका परिवार युगांडा से कनाडा आ गया था।
यहां से पटेल के परिजन अमेरिका चले गए और न्यूयॉर्क में पटेल का जन्म हुआ।
पटेल हिंदू धर्म को मानते हैं। वे कई मौकों पर हिंदू त्योहार मनाते हुए और मंदिर जाते हुए देखे जाते हैं।
पद
इन अहम पदों पर रह चुके हैं पटेल
FBI निदेशक बनने से पहले पटेल कई अहम जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं।
ट्रंप के पहले कार्यकाल में वे रक्षा विभाग में चीफ ऑफ स्टाफ और राष्ट्रीय खुफिया विभाग के उप निदेशक रह चुके हैं।
2017 में पटेल को हाउस इंटेलिजेंस समिति के लिए आतंकवाद-रोधी मामलों पर वरिष्ठ वकील नियुक्त किया गया था। तब उन्होंने 2016 के चुनाव में रूसी हस्तक्षेप की रिपब्लिकन के नेतृत्व वाली जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
बयान
FBI निदेशक बनने पर क्या बोले पटेल?
पटेल ने लिखा, 'राष्ट्रपति ट्रंप और अटॉर्नी जनरल को अटूट विश्वास और समर्थन के लिए धन्यवाद। अमेरिकी लोग एक ऐसी FBI के हकदार हैं, जो पारदर्शी, जवाबदेह और न्याय के लिए प्रतिबद्ध हो। निदेशक के रूप में मेरे मिशन स्पष्ट है- FBI में विश्वास का पुनर्निर्माण। हम एक ऐसी FBI का पुनर्निर्माण करेंगे, जिस पर अमेरिकी गर्व कर सकें। जो लोग अमेरिकियों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, इसे चेतावनी मानें। हम इस ग्रह के हर कोने में उनका शिकार करेंगे।'